AhlolBayt News Agency (ABNA)

source : wilayat.in
मंगलवार

4 दिसंबर 2018

2:50:56 pm
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हिज़्बुल्लाह के ख़ौफ़ से अमेरिका की शरण में पहुंचे नेतन्याहू

इस्राईल को जो डर सबसे ज़्यादा सता रहा है वह है हिज़्बुल्लाह के जवाबी हमले, जिसके बारे में कुछ दिन पहले ही हिज़्बुल्लाह वीडियो संदेश जारी कर चेतावनी दे चुका है और 80% इस्राईली नागरिक सय्यद हसन नसरुल्लाह की सच्चाई पर आँख मूँद कर भरोसा करते हैं ।

प्राप्त जानकारी एक अनुसार मिडिल ईस्ट के क़साई के नाम से कुख्यात इस्राईल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू एक ओर जहाँ भ्रष्टाचार के मामलों में फंसे हुए हैं वहीँ दूसरी ओर हिज़्बुल्लाह का ख़ौफ़ किसी भी पल चैन नहीं लेने दे रहा है । ताज़ा घटनक्रम के अनुसरा ज़ायोनी प्रधानमंत्री अमेरिकी विदेश मंत्री से मुलाक़ात करने के लिए ज़ायोनी ख़ुफ़िया एजेंसी की वरिष्ठ अधिकारीयों के साथ पहुंचे हैं रायुल यौम के प्रधान संपादक अब्दुल बारी अटवान के अनुसार ज़ायोनी नेता सीरिया और हिज़्बुल्लाह एक ख़िलाफ़ व्यापक हमलों की साज़िश पर अमेरिका की मोहर लगवाने के इरादे से पोम्पियो की शरण में पहुंचे हैं। रिपोर्ट के अनुसार जानकारों का मानना है कि भ्रष्टाचार के मामले में फंसे नेतन्याहू पुलिस कार्रवाई और अदालत की ओर से अपने ख़िलाफ़ कोई कार्रवाई करने से पहले ही कोई बड़ा क़दम उठाना चाहते हैं वह पूर्व ज़ायोनी नेता एहुद ओलमर्ट जैसी हालत में नहीं पहुंचना चाहते तो अदालत से सजा पाने के बाद 7 साल तक जेल की हवा खाते रहे हैं । रिपोर्ट के अनुसार सीरिया और हिज़्बुल्लाह पर संभावित हमलों की अवस्था में इस्राईल को अमेरिका से संयुक्त राष्ट्र में राजनैतिक और बहुत संभव है सैन्य सहायता की आशा लेकर नेतन्याहू पोम्पियो से भेंट कर रहे हैं । याद रहे कि हाल ही में इस्राईल ने सीरिया पर हमले में S-300 के डर से अपने युद्धक विमानों का प्रयोग नहीं किया था नेतन्याहू का प्रयास होगा कि वह किसी भी संभावित युद्ध में अमेरिका से F-35 को प्रयोग करने की इजाज़त ले लें जिसके बारे में कहा जाता है कि रूस का यह एंटी एयर क्राफ्ट सिस्टम F-35 को पकड़ने में सक्षम नहीं है । S-300 और F-35 को लेकर यह बात कितनी सही है यह तो आने वाला समय बताएगा लेकिन इस्राईल को जो डर सबसे ज़्यादा सता रहा है वह है हिज़्बुल्लाह के जवाबी हमले, जिसके बारे में कुछ दिन पहले ही हिज़्बुल्लाह वीडियो संदेश जारी कर चेतावनी दे चुका है और 80% इस्राईली नागरिक सय्यद हसन नसरुल्लाह की सच्चाई पर आँख मूँद कर भरोसा करते हैं ।