AhlolBayt News Agency (ABNA)

source : parstoday
शनिवार

1 दिसंबर 2018

3:01:08 pm
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इस्राईल को सैयद हसन नसरुल्लाह की सीधी धमकीः दुस्साहस किया तो पछताओगे!

लेबनान के हिज़्बुल्लाह आंदोलन ने एक वीडियो जारी की है जिसमें दो भाषाओं अरबी और हेब्रू में ज़ायोनी शासन को सीधी धमकी दी गई है और साथ ही इस्राईली जनता को चेतावनी दी गई है कि ज़ायोनियो! अगर दुस्साहस किया तो पछताओगे।

यह वीडियो जारी करने का यह मतलब है कि हिज़्बुल्लाह की बढ़ती ताक़त पर इस्राईल की गहरी चिंता और गोलान हाइट्स का मोर्चा खोलने की सैयद हसन नसरुल्लाह की योजना की ख़बरों के बीच कोई घटना एसी हुई है जिसके तहत हिज़्बुल्लाह ने धमकी दी है।

यह तो सही है कि हिज़्बुल्लाह की यह वीडियो क्लिप मनोवैज्ञानिक युद्ध का हिस्सा है लेकिन यह भी सही है कि यह वीडियो एसे समय में जारी की गई है जब इस्राईली मीडिया ने ईरान की अलक़ुद्स फ़ोर्स का मालवाहक विमान बैरूत एयरपोर्ट पर उतरने की तसवीरें प्रकाशित की हैं और दावा किया है कि इस विमान में हिज़्बुल्लाह के लिए अत्याधुनिक हथियार भेजा गया है। इससे पता चलता है कि तनाव काफ़ी बढ़ चुकी है और लेबनान वाला मोर्चा इस्राईल के ख़िलाफ़ पूरी तरह तैयार हो चुका है।

दो दिन पहले दिन के उजाले में ईरानी मालवाहक विमान के भीतर कुछ भी हो इस विमान का बैरूत एयरपोर्ट पर उतरना ही इस्राईली सरकार की नींद उड़ जाने के लिए काफ़ी है क्योंकि इस्राईल तो हिज़्बुल्लाह की बढ़ती ताक़त और इस्राईल को लेबनान और गोलान हाइट्स की ओर से घेरने की हिज़्बुल्लाह की योजना से पहले ही चिंतित है। शायद दक्षिणी सीरिया में ईरान और हिज़्बुल्लाह के ठिकानों पर इस्राईल के हालिया मिसाइल हमले की असली वजह भी यही थी।

यह बात भी ध्यान योग्य थी कि इस्राईल ने इस हमले में युद्धक विमानों का प्रयोग नहीं किया क्योंकि इस्राईल को डर था कि युद्धक विमान मार गिराया जाएगा।  यह बात भी ध्यान योग्य थी कि सीरिया ने इस्राईल के मिसाइलों को गिराने के लिए एस-300 का प्रयोग करने के बजाए साम मिसाइलों का प्रयोग किया और इन मिसइलों से इस्राईल के लगभग सभी हमलावर मिसाइलों को टारगेट पर लगने से पहले ही ध्वस्त कर दिया। एक मिसाइल तो इस्राईल के क़ब्ज़े वाले गोलान के इलाक़े में ही गिरा। यह शायद इस्राईल के लिए कड़ा संदेश था कि उसे दहला देने के लिए अभी और बहुत कुछ मौजूद है।

वीडियो क्लिप में सैयद हसन नसरुल्लाह इस्राईलियों से कह रहे हैं कि यदि दुस्साहस किया तो पछताओगे तो वह बिल्कुल सही कह रहे हैं। यही कारण है कि वर्ष 2006 के बाद से इस्राईल लेबनान पर एक बार भी हमला करने की हिम्मत नहीं कर पाया। यह भी एक सच्चाई है कि एक सर्वे के अनुसार 80 प्रतिशत इस्राईल सैयद हसन नसरुल्लाह को बिल्कुल सच्चा इंसान मानते हैं जबकि उन्हें इस्राईली अधिकारियों पर भरोसा नहीं है।

बैरूत एयरपोर्ट पर ईरान के मालवाहक विमान का उतरना इस्राईल को खुली धमकी है और इसके तत्काल बाद हिज़्बुल्लाह की ओर से वीडियो जारी किया जाना और यह चेतावनी देना कि इस्राईल के किसी भी हमले का तत्काल और यक़ीनन जवाब दिया जाएगा, इस बात का चिन्ह है कि लेबनान वाले मोर्चे पर कुछ नए डेवलपमेंट हुए हैं और हिज़्बुल्लाह ने जान बूझ कर इस्राईल को चेतावनी दी है। इससे पहले हमेशा इस्राईल धमकियां दिया करता था।

बेशक इस्राईली पछताएंगे और वर्ष 2006 के युद्ध में जिस तरह वह पछताए थे उससे ज़्यादा पछताएंगे क्योंकि 12 साल पहले की तुलना में आज हिज़्बुल्लाह की मिसाइल ताक़त में बहुत अधिक वृद्धि हो चुकी है। यदि इस्राईलियों में हिम्मत है तो आज़मा कर देख लें!