AhlolBayt News Agency (ABNA)

source : parstoday
सोमवार

12 नवंबर 2018

10:14:04 am
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प्रक्षेपास्त्रिक शक्ति के कारण दुश्मन लेबनान पर हमले का दुस्साहस नहीं कर रहा हैःहसन नसरुल्लाह

लेबनान में होने वाले परिवर्तनों ने दर्शा दिया है कि लेबनानी राष्ट्र, सेना और प्रतिरोध, दुश्मनों के मार्ग की सबसे बड़ी रुकावट है

लेबनान के इस्लामी प्रतिरोध आंदोलन हिज़्बुल्लाह के महासचिव ने इस देश की ताक़त को प्रतिरोध की प्रक्षेपास्त्रिक क्षमता में बताया है।

सय्यद हसन नसरुल्लाह ने कहा कि इस शक्ति के कारण दुश्मन लेबनान पर हमले का दुस्साहस नहीं कर रहा है।

साथ ही उन्होंने कहा कि आज लेबनान में जो सुरक्षा है उसका स्रोत यही शक्ति है इसीलिए हम देख रहे हैं कि दुश्मन ने धौंस, डिप्लोमैटिक दबाव डालकर और भय उत्पन्न करके अपना ध्यान प्रतिरोध की प्रक्षेपास्त्रिक शक्ति पर केन्द्रित कर रखा है। उन्होंने बल देकर कहा कि हम प्रक्षेपास्त्र सहित प्रतिरोध के समस्त हथियारों की सुरक्षा पर आग्रह करेंगे।

लेबनान में होने वाले परिवर्तनों ने दर्शा दिया है कि लेबनानी राष्ट्र, सेना और प्रतिरोध, दुश्मनों के मार्ग की सबसे बड़ी रुकावट है और वही कठिन से कठिन परिस्थिति में सफलता का राज़ है। इस बीच लेबनान का इस्लामी प्रतिरोध आंदोलन हिज़्बुल्लाह विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

जायोनी शासन के मूल समर्थक अमेरिका की अगुवाई में पश्चिमी सरकारें हिज़्बुल्लाह की प्रक्षेपास्त्रिक क्षमता के खिलाफ दुष्प्रचार कर रही हैं और विभिन्न बहानों से वे हिज़्बुल्लाह के आधुनिकतम हथियारों से लैस होने की दिशा में रुकावटें खड़ी कर रही हैं और बड़े दुस्साहस के साथ लेबनान की सेना को हथियारों से लैस होने की अनुमति नहीं दे रही हैं।

रोचक बात यह है कि जो चीज़ लेबनान के दुश्मनों की चिंता का कारण बनी है वह प्रक्षेपास्त्रिक क्षमता का घरेलू होना है।

वास्तविकता यह है कि अमेरिका नये मध्यपूर्व की योजना को व्यवहारिक बनाने की चेष्टा में है और इस योजना के मार्ग की सबसे बड़ी रुकावट लेबनान का इस्लामी आंदोलन हिज़्बुल्लाह है।

फिलिस्तीन मुक्ति मोर्चा के राजनीतिक कार्यालय के एक सदस्य ने कहा है कि जायोनी शासन हिज़्बुल्लाह की प्रक्षेपास्त्रिक क्षमता से और हर प्रकार का नया युद्ध छेड़ने से भयभीत है। अली फ़ैसल ने कहा कि हिज़्बुल्लाह जिन हथियारों व संसाधनों से लैस है उससे वह इस्राईल को भारी नुकसान पहुंचा सकता है और साथ ही वह अतिक्रमणकारी के लाजिस्टिक मोर्चे को भी तबाह कर सकता है।

जायोनी शासन ने अवैध अधिकृत फिलिस्तीन में जो अपनी चारों ओर रक्षा दीवार खींच रखी है वह विस्तारवादी कार्यवाहियों में उसकी विफलता व अक्षमता की सूचक है।

बहरहाल अमेरिका और इस्राईल ने फिलिस्तीन, लेबनान, इराक, सीरिया और यमन में प्रतिरोध को हाशिये पर डाल देने का प्रयास कर रहे हैं पर क्षेत्र के लोगों ने अपने प्रयासों से दर्शा दिया है कि वे अपने राष्ट्रीय हितों से समझौता करने वाले नहीं हैं और प्रतिरोध को दुश्मनों के मुकाबले में सबसे महत्वपूर्ण शक्ति के रूप में देख रहा हैं और यह वह विषय है जिसकी ओर लेबनान के इस्लामी प्रतिरोध आंदोलन हिज़्बुल्लाह के महासचिव सैयद हसन नसरुल्लाह ने भी संकेत किया है।