आज हिजरी क़मरी वर्ष के दूसरे महीने सफ़र की 28 तारीख़ है। 28 सफ़र को ही पैग़म्बरे इस्लाम का स्वर्गवास हुआ तथा उनके नाती हज़रत इमाम हसन अलैहिस्सलाम को भी इसी दिन मुआविया की साज़िश के नतीजे में ज़हर देकर शहीद कर दिया गया।
राजधानी तेहरान के सभी इमामबाड़ों और मस्जिदों में इसी उपलक्ष्य में शोक सभाओं का आयोजन किया गया है।
पूर्वोत्तरी ईरान के मशहद नगर में पैग़म्बरे इस्लाम के पौत्र हज़रत इमाम अली रज़ा अलैहिस्सलाम के रौज़े में श्रद्धालुओं की भीड़ लगी हुई है। चूंकि बृहस्पतिवार को हज़रत इमाम अली रज़ा अलैहिस्सलाम का शहादत दिवस है इसलिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु कई दिन पहले से ही मशहद नगर पहुंच रहे हैं।
पवत्र नगर क़ुम में भी हज़रत इमाम अली रज़ा अलैहिस्सलाम की बहन हज़रत फ़ातेमा मासूमा के रौज़े में शोक सभाओं का क्रम चल रहा है।
ज्ञात रहे कि 28 सफ़र सन 11 हिजरी क़मरी को पैग़म्बरे इस्लाम इस दुनिया से चले गए जबकि 28 सफ़र सन 50 हिजरी क़मरी में इमाम हसन अलैहिस्सलाम को शहीद कर दिया गया।