इस्राईली प्रधानमंत्री बिन यामिन नेतन्याहू ने पिछले हफ्ते संयुक्त राष्ट्र संघ की महासभा में अपने भाषण में दावा किया था कि लेबनान के हिज़्बुल्लाह संगठन ने बैरुत हवाई अड्डे के निकट मिसाइल का एक कारखाना बना रखा है। नेतन्याहू के दावे पर लेबनान ने कड़ी प्रतिक्रिया प्रकट की थी।
लेबनान के अलमयादीन टीवी चैनल ने बताया है कि लेबनानी विदेशमंत्री " जेबरान बासिल" ने नेतन्याहू के दावे का खंडन किया और 70 देशों के राजदूतों को उन सब जगहों पर ले गये जहां के बारे में इस्राईली प्रधानमंत्री ने कहा था कि वहां हिज़्बुल्लाह के मिसाइल कारखानें बने हैं।
70 देशों के राजदूतों को सारी जगहें दिखाने के बाद लेबनान के विदेशमंत्री ने एक प्रेस कांफ्रेंस की और इन राजदूतों के सामने घोषणा की कि दुश्मन इस्राईल ने अलअहद क्लब सहित जिन तीन जगहों पर मिसाइल कारखाने होने का दावा किया था हम वहां गये , वह जगहें सब के लिए खुली हैं, वहां जाकर हर एक की समझ में यह बात आ सकती है कि वहां मिसाइल कारखाना हो सकता है या नहीं! लेबनान के विदेशमंत्री ने कहा कि इस्राईल अंतरराष्ट्रीय संगठनों का सम्मान नहीं करता, संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों का पालन नहीं करता, बल्कि उसने 28 से अधिक प्रस्तावों का उल्लंघन किया है और जैसा कि जारी वर्ष के आरंभिक 8 महीनों में 1417 बार लेबनान की जल, थल और वायु सीमा का उल्लंघन किया है अर्थात हर महीने 150 बार, इस्राईल को इसकी आदत पड़ चुकी है।
याद रहे इस्राईली प्रधानमंत्री नेतेन्याहू ने इसी भाषण में तेहरान के निकट एक गांव में स्थित एक जगह का फोटो दिखा कर दावा किया था कि वहां ईरान के परमाणु हथियार रखे हैं। जिस जगह का नाम उन्होंने बताया था और जो फोटो दिखाया था वह वास्तव में गंदे कालीन धोने का कारखाना था जिस पर सोशल मीडिया में उनका काफी मज़ाक भी उड़ाया गया था।