युनेस्को के अधिकारी रिनाट विन्टर ने कहा कि सऊदी अरब और उसके समर्थक गठबंधन के बरबर्तापूर्ण हमले यमन में बच्चों के जनसंहार का कारण बने हैं। उनका यह बयान 9 अगस्त को यमन के सअदा प्रांत के ज़हयान इलाक़े में स्कूली बच्चों की बस पर सऊदी फ़ाइटर जेट के हमले के परिप्रेक्ष्य में सामने आया है जिसमें 120 स्कूली बच्चे हताहत व घायल हुए।
एम्नेस्टी इंटरनैश्नल के पश्चिम एशिया मामलों की अधिकारी लिन मालूफ़ ने भी मंगलवार को सऊदी गठबंधन के सदस्यों को हथियार बेचने पर पाबंदी लगाने की मांग की। यमन में अपने लक्ष्य साधने में सऊदी अरब को हुयी नाकामी के बाद यह शासन अपनी नाकामी को छिपाने के लिए और भयानक अपराध कर रहा है। यमन में घरों, बाज़ारों, अस्पतालों और स्कूलों पर सऊदी फ़ाइटर जेट ऐसी हालत में बम्बारी कर रहे हैं कि अंतर्राष्ट्रीय व मानवाधिकार क़ानून के अनुसार, आम लोगों और जंगी इलाक़े से बाहर किसी क्षेत्र पर हमला वर्जित है। लेकिन इसके बावजूद सऊदी गठबंधन के पश्चिम के समर्थन की आड़ में यमन में अपराध तेज़ हो गए हैं।
अमरीका द्वारा सऊदी अरब को अरबों डॉलर के आधुनिक हथियार बेचे जाने और अतिक्रमणकारी सऊदी शासन के साथ हालिया महीनों में यमन जंग में सीधे तौर पर उसकी भागीदारी ने यमन में सबसे ख़तरनाक मानव संकट को जन्म देने में अमरीका के बुरे रोल को दुनिया भर के सामने स्पष्ट कर दिया है। ऐसे हालात में विश्व समुदाय की ओर से सऊदी गठबंधन के ख़िलाफ़ कड़ी कार्यवाही बहुत ज़रूरी हो गयी है क्योंकि इस संबंध में देरी से यमन में मानव त्रासदी और भयावह हो सकती है।