अहलेबैत (अ )न्यूज़ एजेंसी अबना :प्राप्त सूत्रों के अनुसार मशहूर अरब पत्रकार अब्दुल बारी अतवान नें आशूर के दिन के सैयद हसन नसरुल्लाह के भाषण को ध्यान देने योग्य माना है, एवं कहा कि हसन नसरुल्लाह जो कहते हैं उसे कर दिखाते हैं इसलिए उनकी बातों को गंभीरतापूर्वक लेना चाहिए। अतवान में आशूर के दिन सैय्यद हसन नसरुल्लाह की ओर से ज़ायोनियों को दी जाने वाली धमकियों पर कहा कि सैयद का यह भाषण बाक़ी भाषणों से हटकर है, और इसमें उन्होंने पहली बार यहूदियों को ज़ायोनियों से अलग किया है, और कहा कि ज़ायोनी एक ग़ासिब एवं नस्ल परस्त गिरोह है जबकि यहूदी एक सम्मानित आसमानी दीन है इसलिए हमारी लड़ाई ज़ायोनियों से है ना की यहूदियों से, और अमेरिका है जो यहूदियों को ईंधन के रुप में इस्तेमाल करना चाहता है वर्तमान में हिजबुल्ला के सेक्रेटरी सैय्यद हसन नसरूल्लाह के भाषण को ध्यान योग्य जानते हुए अब्दुलबारी नें कहा कि सैय्यद ने आशूरा को क़ुर्बानी का दिन एवं ज़ुल्म के ख़िलाफ़ उठ खड़े होने का दिन माना है और जंग के बारे में इस तरह बात की है कि लगता है कि कल से ही लड़ाई शुरू होने वाली है उन्होंने कहा कि नेतन्याहू जंग को शुरू तो करेगा लेकिन उसको खत्म करना उसके बस में नहीं होगा इस तरह उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका का ईरान के परमाणु समझौते से निकलना जंग का एलान ही है।
source : अबना
मंगलवार
3 अक्तूबर 2017
3:03:21 am
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कुछ हट कर है इस बार का हसन नसरूल्लाह का भाषण
हसन नसरुल्लाह जो कहते हैं उसे कर दिखाते हैं इसलिए उनकी बातों को गंभीरतापूर्वक लेना चाहिए। अतवान में आशूरे के दिन सैय्यद हसन नसरुल्लाह की ओर से ज़ायोनियों को दी जाने वाली धमकियों पर कहा कि सैयद का यह भाषण बाक़ी भाषणों से हटकर है,