म्यांमार की सेना ने देश की एक ऐतिहासिक मस्जिद को पूर्ण रूप से ध्वस्त कर दिया है।
यह सैकड़ों वर्ष पुरानी मस्जिद म्यांमार के बूटिंग क़स्बे के बाज़ार में स्थित थी।
1990 के दशक तक इस मस्जिद में स्थानीय मुसलमान इबादत करते थे, लेकिन देश में मुसलमानों के जातीय सफ़ाए की शुरूआत के बाद, म्यांमार की सरकार ने इसे बंद कर दिया था।
म्यांमार में सरकारी सतह पर अल्पसंख्यक मुसलमानों का जातीय सफ़ाया जारी है और बौद्ध चरमपंथी एवं सैनिक मुसलमानों की बस्तियों को आग के हवाले कर रहे हैं और बच्चों एवं महिलाओं समेत उन्हें बड़ी संख्या में मौत के घाट उतार रहे हैं।
समस्त प्रमाणों और सुबूतों के बावजूद, म्यांमार के अधिकारी बड़ी ढिटाई से ऐसी किसी भी बात से इनकार कर रहे हैं।
हाल ही में म्यांमार की वरिष्ठ नेता आंग सांग सूकी ने देश में अल्पसंख्यक रोहिंग्या मुसलमानों के अधिकारों के हनन और उनके जातीय सफ़ाए का खंडन किया है।
source : तेहरान रेडियो
शुक्रवार
7 अप्रैल 2017
5:10:56 pm
822506
म्यांमार की सेना ने देश की एक ऐतिहासिक मस्जिद को पूर्ण रूप से ध्वस्त कर दिया है।