पिछले महीने ६ लोगों की शहादत के बाद देश भर में छाये भय और डर के माहौल को बहरैन जनक्रांति दिवस अर्थात १४ फरवरी को हज़ारों बहरैन वासियों ने सड़कों पर निकल कर खत्म कर दिया।
भीषण बारिश में भी प्रदर्शनकारी आले खलीफा के अत्याचारी शासन के विरुद्ध नारेबाजी करते रहे। देशभर की जनता ने एकजुटता का परिचय देते हुए दुकाने बन्द रखी। शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे लोगों को तितर बितर करने के लिए आले खलीफा के मज़दूरों ने रबड़ की गोलियों तथा आंसू गैस का प्रयोग किया।
ज्ञात रहे कि पिछले महीने ३ निर्दोष राजनीतिक बन्दियों को मृत्यु दण्ड मिलने तथा देश छोड़कर जाने के आरोप में ३ युवकों को आले खलीफा द्वारा शहीद किये जाने के बाद बहरैन में राजशाही विरुद्ध प्रदर्शनों में तेज़ी आई है ।
source : विलायत पोर्टल
बुधवार
15 फ़रवरी 2017
7:08:22 pm
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पिछले महीने ६ लोगों की शहादत के बाद देश भर में छाये भय और डर के माहौल को बहरैन जनक्रांति दिवस अर्थात १४ फरवरी को हज़ारों बहरैन वासियों ने सड़कों पर निकल कर खत्म कर दिया।