बहरैन के आले ख़लीफ़ा शासन की अदालत ने विभिन्न बहानों से देश के वरिष्ठ धर्मगुरू आयतुल्लाह शैख़ ईसा क़ासिम पर मुक़द्दमे की सुनवाई की तारीख़ स्थगित कर दी।
इर्ना की रिपोर्ट के अनुसार, आले ख़लीफ़ा शासन की अदालत ने बुधवार को बहरैन के वरिष्ठ धर्म गुरू शैख़ ईसा क़ासिम के मुक़द्दमे की तारीख़ अगले समय तक के लिए टाल दी है। अदालत का कहना है कि याचिकाओं में वृद्धि की वजह से यह फ़ैसला लिया गया है।
बहरैनी शासन ने देश में जारी प्रदर्शनों को कुचलने के लिए शैख़ ईसा क़ासिम पर मनी लांडरिंग और आतंकवाद की सहायता का आरोप लगाया है।
बहरैनी शासन ने 20 जून 2016 को शैख़ ईसा क़ासिम की नागरिकता रद्द कर दी थी। बहरैनी सरकार के इस फ़ैसले के विरुद्ध देश की जनता पश्चिमी मनामा के दराज़ क्षेत्र में स्थित आयतुल्लाह शैख़ ईसा क़ासिम के घर के बाहर चार महीने से धरने पर है।
बहरैनी सरकार ने देश में सक्रिय मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और धर्म गुरूओं के दमन की प्रक्रिया तेज़ कर दी है। बहरैन में 14 फ़रवरी 2011 से देश में लोकतंत्र की स्थापना के लिए प्रदर्शनों का क्रम जारी है।
source : तेहरान रेडियो
बुधवार
23 नवंबर 2016
6:10:33 pm
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बहरैन के आले ख़लीफ़ा शासन की अदालत ने विभिन्न बहानों से देश के वरिष्ठ धर्मगुरू आयतुल्लाह शैख़ ईसा क़ासिम पर मुक़द्दमे की सुनवाई की तारीख़ स्थगित कर दी।