अहलेबैत न्यूज़ एजेंसी अबना: रिपोर्ट के अनुसार ईरान की संसद के 203 सदस्यों ने बहरैनी जनता पर बहरैनी तानाशाह के उत्पीड़न की निंदा करते हुए बहरैन की इस्लामी क्रांति के समर्थन में बयान जारी किया है जिसमें मानवाधिकारों की अंतर-राष्ट्रीय संगठनों का ध्यान बहरैन की मज़लूम जनता की ओर दिलाया गया है। बयान में कहा गया है कि बहरैन की ज़ालिम व अत्याचारी सरकार ने लम्बे समय से बहरैनी मुसलमानों को अमेरिकी इशारों पर अपने उत्पीड़न का शिकार बना रखा है। जबकि बहरैन की जनता ने धैर्य के साथ बहरैन के तानाशाह राजा के अत्याचारों और दमन का मुकाबला किया है। मानवधिकार के तथाकथित वैश्विक संगठनों ने पैसे की लालच में बहरैनी जनता पर बहरैनी राजा के दमन पर अपनी आंखें बंद कर रखी हैं। ईरानी संसद के सदस्यों ने बहरैन के प्रमुख धर्मगुरू आयतुल्लाह शेख ईसा कासिम की नागरिकता छीनने और उनके खिलाफ आपराधिक कार्यवाई तथा बेगुनाह बहरैनी नागरिकों को जेल में डाल कर उन पर अत्याचार ढ़ाने की निंदा की।
source : अबना
मंगलवार
30 अगस्त 2016
7:23:38 pm
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रिपोर्ट के अनुसार ईरान की संसद के 203 सदस्यों ने बहरैनी जनता पर बहरैनी तानाशाह के उत्पीड़न की निंदा करते हुए बहरैन की इस्लामी क्रांति के समर्थन में बयान जारी किया है जिसमें मानवाधिकारों की अंतर-राष्ट्रीय संगठनों का ध्यान बहरैन की मज़लूम जनता की ओर दिलाया गया है।