AhlolBayt News Agency (ABNA)

source : अबना
रविवार

24 जुलाई 2016

12:47:59 pm
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नाइजीरिया: आयतुल्लाह शेख ज़कज़की की हालत चिंताजनक

नाइजीरिया के इस्लामी आंदोलन के प्रमुख आयतुल्लाह शेख ज़कज़की के बेटे "शेख इब्राहिम" का कहना है कि उनके पिता की शारीरिक हालत ठीक नहीं है, शेख इब्राहिम ने अपने एक खुले पत्र में लिखा है कि उनके पिता की शारीरिक हालत खराब होने के बावजूद उन्हें किसी प्रकार की चिकित्सा सुविधा प्रदान नहीं की जा रही है।

अहलेबैत न्यूज़ एजेंसी अबनाः नाइजीरिया के इस्लामी आंदोलन के प्रमुख आयतुल्लाह शेख ज़कज़की के बेटे "शेख इब्राहिम" का कहना है कि उनके पिता की शारीरिक हालत ठीक नहीं है, शेख इब्राहिम ने अपने एक खुले पत्र में लिखा है कि उनके पिता की शारीरिक हालत खराब होने के बावजूद उन्हें किसी प्रकार की चिकित्सा सुविधा प्रदान नहीं की जा रही है।
उन्होंने कहा कि सोमवार से अपाहिज और एक आंख की रौशनी से वंचित होने के बावजूद उन्हें बेजा आरोपों के तहत जेल में रखा गया है और उनके वकील को उनसे मिलने की अनुमति नहीं दी जा रही है।
शेख इब्राहिम का कहना है कि नाइजीरिया की सेना ने उनके तीन सगे भाइयों और कई करीबी रिश्तेदारों सहित एक हजार से अधिक लोगों को शहीद करके सामूहिक कब्र में दफ़न कर दिया है।
नाइजीरिया की सेना ने पिछले साल दिसंबर के दूसरे सप्ताह में इस्लामी आंदोलन के कार्यकर्ताओं की एक धार्मिक सभा पर हमला कर लोगों को गोलियों से भून डाला जिसके नतीजे में सरकारी आंकड़ों के अनुसार 347 लोग मारे गए जबकि इस्लामी आंदोलन का कहना है कि सेना के इस हमले में कम से कम एक हज़ार लोग शहीद और सैकड़ों की संख्या में लोग घायल हो गए थे।
सेना का आरोप है कि "इस्लामी आंदोलन" के कार्यकर्ता सशस्त्र बलों के प्रमुख पर हमला करने का इरादा रखते थे। हालांकि इस्लामी आंदोलन ने इस आरोप को निराधार बताते हुए इसे रद्द कर दिया है।

अहलेबैत न्यूज़ एजेंसी अबनाः नाइजीरिया के इस्लामी आंदोलन के प्रमुख आयतुल्लाह शेख ज़कज़की के बेटे "शेख इब्राहिम" का कहना है कि उनके पिता की शारीरिक हालत ठीक नहीं है, शेख इब्राहिम ने अपने एक खुले पत्र में लिखा है कि उनके पिता की शारीरिक हालत खराब होने के बावजूद उन्हें किसी प्रकार की चिकित्सा सुविधा प्रदान नहीं की जा रही है।
उन्होंने कहा कि सोमवार से अपाहिज और एक आंख की रौशनी से वंचित होने के बावजूद उन्हें बेजा आरोपों के तहत जेल में रखा गया है और उनके वकील को उनसे मिलने की अनुमति नहीं दी जा रही है।
शेख इब्राहिम का कहना है कि नाइजीरिया की सेना ने उनके तीन सगे भाइयों और कई करीबी रिश्तेदारों सहित एक हजार से अधिक लोगों को शहीद करके सामूहिक कब्र में दफ़न कर दिया है।
नाइजीरिया की सेना ने पिछले साल दिसंबर के दूसरे सप्ताह में इस्लामी आंदोलन के कार्यकर्ताओं की एक धार्मिक सभा पर हमला कर लोगों को गोलियों से भून डाला जिसके नतीजे में सरकारी आंकड़ों के अनुसार 347 लोग मारे गए जबकि इस्लामी आंदोलन का कहना है कि सेना के इस हमले में कम से कम एक हज़ार लोग शहीद और सैकड़ों की संख्या में लोग घायल हो गए थे।
सेना का आरोप है कि "इस्लामी आंदोलन" के कार्यकर्ता सशस्त्र बलों के प्रमुख पर हमला करने का इरादा रखते थे। हालांकि इस्लामी आंदोलन ने इस आरोप को निराधार बताते हुए इसे रद्द कर दिया है।