AhlolBayt News Agency (ABNA)

source : तेहरान रेडियो
रविवार

19 जून 2016

7:27:48 pm
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बहरैन में ख़ुम्स को निशाना बनाकर इस्लाम को नुक़सान पहुँचाने का प्रयत्न।

बहरैन के धर्मगुरुओं ने इस देश की आले ख़लीफ़ा सरकार को, इस्लाम को लक्ष्य बनाने के परिणाम की ओर से सचेत किया है।

बहरैन की आले ख़लीफ़ा सरकार को वहां के धर्मगुरूओं ने कड़ी चेतावनी दी है।
बहरैन के धर्मगुरुओं ने इस देश की आले ख़लीफ़ा सरकार को, इस्लाम को लक्ष्य बनाने के परिणाम की ओर से सचेत किया है।
शैख़ ईसा क़ासिम सहित बहरैन के चार प्रतिष्ठित धर्मगुरुओं ने एक बयान जारी करके कहा है कि आले ख़लीफ़ा सरकार, इस्लाम के एक महत्वपूर्ण आधार अर्थात ख़ुम्स को कमज़ोर बना कर इस्लाम को क्षति पहुंचाना चाहती है।
इस बयान में कहा गया है कि खुम्स, शिया धर्म के आधारों में से एक है और उसे इस्लाम की सेवा के लिए एकत्रित किया जाता है। बयान के अनुसार किसी भी नाम से ख़ुम्स को निशाना बनाना, शिया मत को लक्ष्य बनाने के समान है और इसे धर्म की स्वतंत्रता का खुला अपमान कहा जा सकता है।
ज्ञात रहे कि शिया मत में हर कमाने वाले व्यक्ति को अपनी वार्षिक बचत का पांचवां भाग, वरिष्ठ धार्मिक नेतृत्व को देना होता है जिसे जिसे ख़ुम्स कहा जाता है। इस राशि को ग़रीब मुसलमानों की सेवा और अन्य सामाजिक कार्यों में इस्तेमाल किया जाता है।