AhlolBayt News Agency (ABNA)

source : अबना
मंगलवार

1 दिसंबर 2015

4:34:32 am
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हज़रत आयतुल्लाह ख़ामेनईः

काश हम भी आपके साथ चेहलुम के जुलूस में शरीक होते।

हज़रत आयतुल्लाह ख़ामेनई ने इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के चेहलुम के ज़ायरों का स्वागत और सेवा करने वाली इराकी जनता के प्यार और हिम्मत को सराहा और इस महान आध्यात्मिक सभा में भाग लेने वालों को नसीहत देते हुए कहा कि इस अवसर को बहुमूल्य जानें।

अहलेबैत न्यूज़ एज़ेंसी अबना की रिपोर्ट के अनुसार ईरान के इस्लामी इंक़ेलाब के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह ख़ामेनई ने सोमवार को फ़िक़्ह (न्यायशास्त्र) के अपने दर्से ख़ारिज में, कर्बला में इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के चेहलुम के अवसर पर होने वाली अभूतपूर्व जनसमूह को एक यादगार नेकी से संज्ञा दी और कहा कि "इश्क़ और ईमान" और "बुद्धि और भावना" का संयोजन, अहलेबैत (अ) की पाठशाला की विशेषता है।
हज़रत आयतुल्लाह ख़ामेनई ने इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के चेहलुम के ज़ायरों का स्वागत और सेवा करने वाली इराकी जनता के प्यार और हिम्मत को सराहा और इस महान आध्यात्मिक सभा में भाग लेने वालों को नसीहत देते हुए कहा कि इस अवसर को बहुमूल्य जानें। आपने कहा कि हम भी दूर से चेहलुम के अवसर पर हुसैनी ज़ायरों को देख कर गर्व कर रहे हैं और मेरी यह तमन्ना है कि काश हम भी आपके साथ होते।
सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह ख़ामेनई ने पैगम्बरे इस्लाम के अहलेबैत से आध्यात्मिक और दिली संपर्क एवं उन नूरानी हस्तियों की ज़ियारत को शियों के लिए एक गर्व की बात बताया और कहा कि इमाम हुसैन अ.स. के चेहलुम में भाग लेने के लिए ईरान और अन्य देशों से जाने वाले लोगों का करबलाए मोअल्ला में विशाल जनसमूह, अहलेबैत (अ) की पाठशाला की प्रमुख विशेषताओं का एक जलवा है और इसमें भी विश्वास, ईमान और दृढ़ता की भावना छलकती है और साथ ही इश्क और मोहब्बत भी।