अहलेबैत (अ) न्यूज़ एजेंसी अबना की रिपोर्ट के अनुसार मनामह में अललोलो स्कवायर पर इकट्ठा होने की क्रांतिकारियों की अपील के बाद ऑले ख़लीफा सरकार ने सुरक्षा प्रबंध कड़े कर दिए हैं।
आले खलीफा सैनिकों ने बहरैन के राजनीतिक दलों की ओर से शुक्रवार को होने वाले प्रदर्शनों में भाग लेने के लिए आमंत्रित भीड़ की भरपूर तरीके से स्वागत किए जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए राजधानी मनामह को सैन्य छावनी में तब्दील कर दिया है।
चौदह फरवरी नामक क्रांतिकारी आंदोलन ने पिछले बुधवार को बहरैन के स्वतंत्रता दिवस के हिसाब से एक बयान जारी करके बहरैनी जनता से अपील की थी कि वे शुक्रवार को होने वाले प्रदर्शनों में बड़े पैमाने पर भागीदारी लें। एक रिपोर्ट के अनुसार बहरैन के मानव अधिकार संस्था के सदस्य माजिद अलनूरी ने शुक्रवार को फार्स न्यूज एजेंसी को इंटरव्यू देते हुए कहा कि ऑले खलीफा सरकार, बहरैन में मानवाधिकार प्रतिबंध किए जाने की वैश्विक समुदाय के निर्देश पर भी अमल नहीं कर रही है।
माजिद अलनूरी ने कहा कि आले खलीफा के सुरक्षा अधिकारी, प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार करके और उनका दमन करके एक ऐसी क़ौम से बदला ले रही है जो अपने कानूनी अधिकारों की शांतिपूर्ण रूप से मांग कर रही है। बहरैन की आले खलीफा सरकार, क्षेत्र में अमरिकी सहयोगियों में से है और बहरैनी जनता, 2011 से प्रतिदिन उसके खिलाफ प्रदर्शन कर रही है।
source : अबना
शनिवार
15 अगस्त 2015
5:55:57 am
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मनामह में अललोलो स्कवायर पर इकट्ठा होने की क्रांतिकारियों की अपील के बाद ऑले ख़लीफा सरकार ने सुरक्षा प्रबंध कड़े कर दिए हैं।