AhlolBayt News Agency (ABNA)

source : एरिब.आई आर
शनिवार

2 मई 2015

11:12:49 am
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बहरैन की जेलों में राजनीतिक क़ैदियों को दी जा रही हैं भयानक यातनाएं

यूरोपीय संघ के 67 सांसदों ने इस संघ की विदेश मामलों की प्रभारी फ़ेडरिका मोगरिनी को पत्र लिखकर मांग की है कि बहरैन में मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को जेलों की सलाख़ों के पीछे धकेले जाने और उन्हें यातनाएं दिए जाने के क्रम की समाप्ति के लिए आले ख़लीफ़ा शासन पर दबाव बनाया जाए।

यूरोपीय संघ के 67 सांसदों ने इस संघ की विदेश मामलों की प्रभारी फ़ेडरिका मोगरिनी को पत्र लिखकर मांग की है कि बहरैन में मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को जेलों की सलाख़ों के पीछे धकेले जाने और उन्हें यातनाएं दिए जाने के क्रम की समाप्ति के लिए आले ख़लीफ़ा शासन पर दबाव बनाया जाए।
यूरोपीय सांसदों ने बहरैन में मानवाधिकारों के लिए आवाज़ उठाए जाने वालों पर पुलिस के अत्याचारों के प्रति गहरी चिंता व्यक्त की है। दूसरी ओर, बहरैन में मानवाधिकार केन्द्र ने अपनी एक रिपोर्ट में देश की राजधानी मनामा की केन्द्रीय जेल जू में जारी वर्ष के पहले तीन महीनों में 600 से अधिक लोगों को निर्मम यातनाएं दिए जाने की सूचना दी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि 2015 के पहले तीन महीनों में बहरैन में 653 से अधिक लोगों को जू जेल में डालकर उन्हें भयानक यातनाएं दी जा रही हैं और उनके बुनियादी अधिकारों का भी हनन किया जा रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि जनवरी से मार्च तक गिरफ़्तार किए गए आम नागरिकों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के बीच 16 महिलाएं और 119 बच्चे शामिल हैं। इन लोगों में से 337 पर राजनीतिक आरोप लगाए गए हैं और कुल मिलाकर 2 हज़ार 845 साल क़ैद की सज़ाएं सुनाई गई हैं। इन क़ैदियों में से तीन को मौत की सज़ा भी सुनाई गई है