AhlolBayt News Agency (ABNA)

source : ईरान रेडियो
रविवार

2 नवंबर 2014

7:36:34 pm
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बांग्लादेश में जमाअते इस्लामी के एक नेता को मौत की सज़ा।

विशेष अदालत के जज, अब्दुल हसन ने रविवार को मीर क़ासिम अली को फांसी की सज़ा सुनाई। 62 वर्षीय मीर क़ासिम अली को वर्ष 1971 में बांग्लादेश के स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान हुए जनसंहार में लिप्त होने के अपराध में यह सज़ा सुनाई गई है।

अबनाः बांग्लादेश में विशेष अदालत ने जमाअते इस्लामी के एक अन्य नेता को भी मौत की सज़ा सुनाई है।
विशेष अदालत के जज, अब्दुल हसन ने रविवार को मीर क़ासिम अली को फांसी की सज़ा सुनाई। 62 वर्षीय मीर क़ासिम अली को वर्ष 1971 में बांग्लादेश के स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान हुए जनसंहार में लिप्त होने के अपराध में यह सज़ा सुनाई गई है।
मीर क़ासिम अली को जमाअते इस्लामी को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने वाले प्रमुख लोगों में गिना जाता है। पिछले हफ़्ते भी अदालत ने जमाअते इस्लामी के प्रमुख मुतीउर्रहमान निज़ामी को युद्ध अपराध जैसे कई आरोपों में फांसी की सज़ा सुनाई थी।
बांग्लदेश की सरकार का कहना है कि स्वतंत्रता की लड़ाई के दौरान 30 लाख लोग मारे गए थे और इस जनसंहार के लिए पाकिस्तान की सेना तथा उसके स्थानीय समर्थक ज़िम्मेदार हैं।
पिछले साल भी अदालत ने जमाअते इस्लामी के नेताओं के विरुद्ध कड़ी सज़ाएं सुनाई थीं जिसके बाद देश में विरोध फूट पड़ा था और पुलिस के साथ झड़पों में बहुत से लोग मारे गए थे।