अहलेबैत (अ) समाचार एजेंसी अबना की रिपोर्ट के अनुसार सदाये मनामा समाचार ने बहरैन में मानवाधिकार संस्था में धार्मिक व मज़हबी स्वतंत्रता के मामलों के प्रमुख मीसम सलमान के हवाले से रिपोर्ट दी है कि आले खलीफा सरकार बहरैन की मस्जिदों पर क़बज़ा और मस्जिदों को दूसरे केन्द्रों में बदलने की कोशिश कर रही है। मीसम सलमान ने कहा कि अलख़मीस मस्जिद कि जो सौ साल पुरानी है, हाल में संस्कृति मंत्रालय के हवाले कर दी गई है और इस पवित्र स्थान को गैर इबादती केंद्र में परिवर्तित करने के लिए तैयारी शुरू कर दी गई है।
मीसम सलमान ने घोषणा की कि आले खलीफा सरकार को कानूनी और धार्मिक दृष्टि से यह अधिकार नहीं कि वह मस्जिदों को अपने नियंत्रण में ले ले और मस्जिदों को गैर इबादती केंद्रों में तब्दील करने लगे। गौरतलब है कि बहरैन में ऑल ख़लीफ़ा सरकार ने इस देश में दसियों मस्जिदों को ध्वस्त करते हुए मस्जिद की ज़मीन को मनोरंजन स्थलों में बदल दिया है। बहरैन की जनता विध्वंस की जाने वाली मस्जिदों की ज़मीनों को मनोरंजन स्थलों में परिवर्तित किए जाने की प्रक्रिया को रोकने के लिए, उन्हीं टूटी हुई मस्जिदों में नमाज़ अदा करते हैं।
source : abna.ir
मंगलवार
2 सितंबर 2014
7:40:46 pm
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मीसम सलमान ने कहा कि अलख़मीस मस्जिद कि जो सौ साल पुरानी है, हाल में संस्कृति मंत्रालय के हवाले कर दी गई है और इस पवित्र स्थान को गैर इबादती केंद्र में परिवर्तित करने के लिए तैयारी शुरू कर दी गई है।