अफ़ग़ानिस्तान के राष्ट्रपति पद के चुनाव के प्रत्याशी अशरफ़ ग़नी अहमद ज़ई अपने प्रतिद्वंदवी अब्दुल्लाह अब्दुल्लाह के साथ मिलकर आगामी सरकार के गठन पर विचार-विमर्श करेंगे।
अहमद ज़ई ने अफ़ग़ानिस्तान में स्थिरता की स्थापना को मुख्य लक्ष्य बताते हुए कहा कि नई राष्ट्रीय सरकार, अफ़ग़ानियों को राजनैतिक मतभेदों से सुरक्षित रख सकती है। इस संबन्ध में वार्ता अब्दुल्लाह अब्दुल्लाह के घर पर आयोजित होगी। कुछ दिनों की वार्ता के पश्चात राष्ट्रपति पद के दोनों प्रत्याशी इस बात पर सहमत हुए हैं कि वर्तमान राजनीतिक संकट के समाधान के उद्देश्य से डाले गए सारे वोटों की पुनः गणना की जाए और उसके बाद राष्ट्रीय एकता की सरकार बनाई जाए।
नई सरकार बनाए जाने के संदर्भ में अब्दुल्लाह अब्दुल्लाह के सलाहकार मुहम्मद मुहक़्क़िक़ ने कहा है कि शत प्रतिशत वोटों की गणना के बाद विजयी प्रतिनिधि को राष्ट्रपति नियुक्त किया जाएगा और हारने वाले को कार्यकारिणी का प्रमुख बनाया जाएगा। मुहक़्क़िक़ ने कहा कि इस योजना के अनुसार एक वर्ष के बाद संविधान में परिवर्तन करके आगामी सरकार में प्रधानमंत्री का पद शामिल किया जाएगा। ऐसे में हारने वाले प्रत्याशी को अफ़ग़ानिस्तान का प्रधानमंत्री नियुक्त किया जाएगा।
राष्ट्रीय एकता सरकार के गठन का मामला उस समय सामने आया जब राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी अब्दुल्लाह अब्दुल्लाह ने 14 जून को होने वाले दूसरे चरण के मतदान के परिणामों को स्वीकार करने से इन्कार कर दिया जिसमें अशरफ़ ग़नी अहमद ज़ई को विजयी घोषित किया गया था। अब्दुल्लाह-अब्दुल्लाह ने चुनावों में धांधली का आरोप लगाते हुए धमकी दी थी कि वे एक समानांतर सरकार का गठन करेंगे।
इसी बीच अफ़ग़ानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करज़ई ने 2 अगस्त हो होने वाले शपथग्रहण समारोह को विलंबित करने पर सहमति जताई है।
source :
मंगलवार
15 जुलाई 2014
6:49:12 pm
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अफ़ग़ानिस्तान के राष्ट्रपति पद के चुनाव के प्रत्याशी अशरफ़ ग़नी अहमद ज़ई अपने प्रतिद्वंदवी अब्दुल्लाह अब्दुल्लाह के साथ मिलकर आगामी सरकार के गठन पर विचार-विमर्श करेंगे।