बहरैन के शांति संगठन नें ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के नाम एक पत्र में अपने देश में मानवाधिकार की स्थिति को चिंताजनक बताया है। लेबनान की अल अहद न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार बहरैन के शांति संगठन नें ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरून के नाम एक पत्र भेजा है जिसमें ब्रिटेन से मांग की गई है कि वह आले ख़लीफ़ा की सरकार का नाम मानवाधिकारों का हनन करने वाले देशों की सूची में डाल दे। इस ख़त में आया है कि बहरैन की सरकार विरोध प्रदर्शन करने वालों पर हिंसा और उनकी गिरफ़्तारियों का सिलसिला जारी रखे है और उसनें सऊदी अरब, जार्डन, संयुक्त अरब अमीरात औऱ पाकिस्तान के फ़ौजियों की मदद से इस कार्य में तेज़ी पैदा की है। इस ख़त में आगे कहा गया है कि बहरैन की सरकार के साथ फ़ौजी सम्बंधों में बढ़ोत्तरी और इस सरकार के अत्याचारों के समर्थन के बराबर है और यह काम मौजूदा संकट में बढ़ोत्तरी और बहरैन में मानवाधिकार के हनन पर आधारित होगा। स्पष्ट रहे कि पश्चिमी और अरब मीडिया नें बहरैनी राष्ट्र के इन्क़ेलाबी आंदोलन का बायकाट कर रखा है जबकि यही देश सीरिया में देश व राष्ट्र के ख़िलाफ़ लड़ने वाले ख़ूँख़ार तकफ़ीरियों का समर्थन कर रहे हैं।
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मंगलवार
15 जुलाई 2014
12:50:12 am
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बहरैन के शांति संगठन नें ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के नाम एक पत्र में अपने देश में मानवाधिकार की स्थिति को चिंताजनक बताया है।