अमेरिकी सीनेटर जॉन मैक्केन ने चेताया है कि अगर सेना समर्थित सरकार म्यांमार में लोकतांत्रिक सुधार नहीं लाती है, तो पश्चिम एशिया की तरह वहॉं भी जनांदोलन की लहरें उठ सकती हैं।म्यांमार की तीन दिवसीय यात्रा के आखिरी दिन मैक्केन ने बताया कि परिवर्तन की हवा बहने लगी है, जो सिर्फ अरब देशों तक ही सीमित नहीं रहेगी। उन्होंने कहा कि जो सरकार अभी विकासपरक सुधारों को लागू नहीं करेगी उसे आगे का्रंतिकारी बदलावों का सामना करना पड़ेगा।लोकतंत्र समर्थक नेता आंग सांग सू ची को हाल में संपन्न चुनावों से बाहर रखने और सैन्य प्रतिनिधियों द्वारा जीत दर्ज करने के बाद इन चुनावों में सरकार पर धोखेबाजी के आरोप लगे थे।मैक्केन ने सरकार से अपील भी की कि जल्द ही देश भर में राजनीतिक दौरे पर निकलने वाली सूची की सुरक्षा सुनिश्चित करे। पिछली बार सू ची के ऐसे ही प्रयास को हिंसा का सामना करना पड़ा था।2003 में सू के काफिले पर उनके विरोधी दल द्वारा हमला हुआ था। बाद में उनको अन्य पार्टी नेताओं के साथ गिरफ्तार किया गया और तीसरी बार नजरबंद रखा गया। सू ने पिछले 20 सालों में अधिकतर समय कारावास में ही गुजारा है।नोबेल पुरस्कार विजेता सू को अपनी प्रेरणा बताने वाले मैक्केन ने कल उनसे मुलाकात की और लोकतंत्र के प्रोत्साहन में हर तरह के समर्थन का वायदा किया। मैक्केन म्यांमार से बेहतर संवाद को प्रोत्साहन देने यहॉं आए हुए थे।
source : वेब दुनिया
शनिवार
4 जून 2011
7:30:00 pm
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अमेरिकी सीनेटर जॉन मैक्केन ने चेताया है कि अगर सेना समर्थित सरकार म्यांमार में लोकतांत्रिक सुधार नहीं लाती है, तो पश्चिम एशिया की तरह वहॉं भी जनांदोलन की लहरें उठ सकती हैं।