इस्लामिक रेसिस्टेंस मूवमेंट हमास और फिलिस्तीन के वेस्ट बैंक आदि क्षेत्र की सत्ता संभालने वाला फतह मूवमेंट एकजुट होते नज़र आ रहे हैं और इस काम का बीड़ा उठाया है सऊदी अरब और ईरान को एक साथ लाने वाले चीन ने।
इस संबध में चीन के विदेश मंत्रालय ने हाल ही में दिए एक बयान में कहा है कि फिलिस्तीन के दो संगठन हमास और फतह ने आपसी मतभेद सुलझाने के लिए राजधानी बीजिंग में मुलाकात की है। चीन विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जिआन ने कहा कि PLO और इस्लामिक रेसिस्टेंस मूवमेंट का डेलीगेशन चीन में मिला है। दोनों ही संगठनों ने बातचीत और कूटनीतिक रास्ते अपनाते हुए आपसी मतभेद दूर करने पर सहमती जाहिर की और आजाद फिलिस्तीन राष्ट्र हासिल करने और उसमें सरकार चलाने को लेकर चर्चा हुई।
हमास और फतह के बीच सरकार चलाने और लोगों का प्रतिनिधित्व करने को लेकर दशकों से संघर्ष रहा है। हमास और फतह दोनों ही फिलिस्तीन के हितों के लिए लड़ाई लड़ने की बात करते हैं लेकिन हमास हमेशा से आजादी की लड़ाई आक्रामक तरीके से लड़ता आया है, वहीं फतह कूटनीतिक ढंग और बिना बल संघर्ष के फिलिस्तीनी लोगों की आवाज उठाने की हिमायत करता है।