अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की नई कुलपति नईमा खातून कार्यभार संभालने के बाद एक्शन मोड में नजर आ रही हैं। एएमयू में फायरिंग की घटना को देखते हुए वीसी नईमा खातून ने एएमयू हॉस्टल के अधिकारियों के साथ बैठक करने और ऐसे लोगों को बाहर का रास्ता दिखाने का फैसला किया है, जो एएमयू हॉस्टल में अवैध रूप से रह रहे हैं और वहां अशांति का माहौल का कारण बन रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक, एएमयू कैंपस के 20 हॉल में 60 हॉस्टल हैं। 60 छात्रावासों में 17 हजार विद्यार्थियों के लिए जगह है। 17 हजार छात्रों वाले हॉस्टल में 20 हजार से ज्यादा छात्र रह रहे हैं। जिन में सैकड़ों ऐसे लोग हैं जो या तो पूर्व छात्र हैं या बाहरी हैं। यह लोग एएमयू हॉस्टल में रहते हुए वारदात अंजाम देते हैं और इन घटनाओं के कारण एएमयू की बदनामी कराते हैं। एएमयू की नई वीसी नईमा खातून ने उनके खिलाफ कार्रवाई करने का फैसला किया है। बता दें कि अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के 104 साल के इतिहास में पहली बार एक महिला कुलपति बनी है।