امام صادق عليه السلام
يُعرَفُ مَن يَصِفُ الحَقَّ بِثَلاثِ خِصالٍ: يُنظَرُ اِلى اَصحابِهِ مَن هُم؟ و َاِلى صَلاتِهِ كَيفَ هىَ؟ و َفى اَىِّ وَقتٍ يُصَلّيها
इमाम सादिक़ (अ.स)
जो शख्स भी अपनी हक़्क़ानियत और सच्चाई का दम भरता हो तो उसकी पहचान के तीन तरीक़े हैं:
1. देखो कि उसके दोस्त कैसे लोग हैं।
2. उसकी नमाज़ कैसी है।
3. वह किस वक्त नमाज़ पढ़ता है।
(महासिन पेज न. 254 हदीस न. 281)