ज़ायोनी प्रधानमंत्री नेतन्याहू के खिलाफ एक बार फिर मक़बूज़ा फिलिस्तीनके अलग-अलग हिस्सों में हजारों लोग सड़कों पर उतर आए। इस बीच जल्द से जल्द देश में चुनाव कराने की मांग की गई, साथ ही बंधक बनाए गए ज़ायोनी नागरिकों की तत्काल वापसी के लिए एक समझौता करने पर जोर दिया गया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शनिवार से ही इस्राईल के 50 से ज्यादा शहरों में नेतन्याहू के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए। बंधकों के परिवारों और उनके समर्थकों ने राजधानी तल अवीव में सरकार विरोधी नारे लगा। युद्धविराम की मांग को लेकर ज़ायोनी कैदियों के रिश्तेदार और समर्थक बड़ी संख्या में रक्षा मंत्रालय भवन के सामने एकत्र हुए।
ज़ायोनी प्रदर्शनकारियों ने रक्षा मंत्रालय भवन से देश के सबसे बड़े श्रमिक संघ 'हसदाट्रॉट' के मुख्यालय तक मार्च निकाला। इस बीच सरकार से कैदी विनिमय समझौते पर हस्ताक्षर करने का आग्रह किया गया। प्रदर्शनकारियों की मांग है कि हमास द्वारा बंधक बनाए गए ज़ायोनी नागरिकों को जल्द से जल्द वापस इस्राईल लाया जाए और देश में तुरंत चुनाव कराए जाएं।