AhlolBayt News Agency (ABNA)

source : ابنا
गुरुवार

18 अप्रैल 2024

6:41:19 am
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जन्नतुल बक़ी में दफ़्न कुछ अज़ीम शख्सियात

इस्लाम का चोग़ा पहन कर इस आले यहूद ने इस्लाम को क्या क्या नुकसान पहुँचाया यह किसी इंसाफ पसंद इंसान से छुपा नहीं है। 8 शव्वाल 1343 मुताबिक़ मई 1925 को आले सऊद ने मदीने के अज़ीम क़ब्रिस्तान जन्नतुल बक़ी मे.....

ख़ैबर के यहूदियों की एक शाख़ ने इस्लाम क़ुबूल किया जो आगे चलकर आले सऊद कहलाए और इस्लाम का चोग़ा पहन कर इस आले यहूद ने इस्लाम को क्या क्या नुकसान पहुँचाया यह किसी इंसाफ पसंद इंसान से छुपा नहीं है। 8 शव्वाल 1343 मुताबिक़ मई 1925 को आले सऊद ने मदीने के अज़ीम क़ब्रिस्तान जन्नतुल बक़ी मे बने हुए तमाम गुंबदों और रोज़ो को शहीद कर दिया।

इस क़ब्रिस्तान में दफन कुछ अज़ीम शख्सियात यह हैं।

1. जनाबे फातेमा ज़हरा (स.अ.) 11 हिजरी

2. इमाम हसन अलैहिस्सलाम 50 हिजरी

3. इमाम ज़ैनुल आबेदीन अलैहिस्सलाम 94 हिजरी

4. इमाम मौहम्मद बाक़िर अलैहिस्सलाम 114 या 116 हिजरी

5. इमाम सादिक़ अलैहिस्सलाम 148 हिजरी

6. जनाबे इब्राहिम इब्ने रसूले खुदा (स.अ.व.व)

7. जनाबे मौहम्मदे हनफया इब्ने इमाम अली (अ.स) 80 हिजरी

8. जनाबे फातेमा बिन्ते असद

9. जनाबे अक़ील इब्ने अबुतालिब

10. जनाबे अब्दुल्लाह इब्ने जाफर इब्ने अबुतालिब 80 हिजरी

11. जनाबे इस्माईल इब्ने इमाम सादिक़

12. जनाबे अब्बास इब्ने अब्दुल मुत्तलिब 33 हिजरी

13. जनाबे सफ़िया बिन्ते अब्दुल मुत्तलिब

14. जनाबे आतेका बिन्ते अब्दुल मुत्तलिब

रसूले अकरम की बीवियां 

15. जनाबे जैनब बिन्ते खज़ीमा 4 हिजरी

16. जनाबे रिहाना बिन्ते ज़ुबैर 8 हिजरी

17. जनाबे मारीया क़िब्तिया 16 हिजरी

18. जनाबे ज़ैनब बिन्ते जहश 20 हिजरी

19. उम्मे हबीबा बिन्ते अबुसुफयान 42 हिजरी

20. हफ्सा बिन्ते उमर 50 हिजरी

21. आयशा बिन्ते अबुबकर 57 या 58 हिजरी

22. जनाबे साफिया बिन्ते हई बिन अखतब 50 हिजरी

23. जनाबे जुवेरीया बिन्ते हारिस 50 या 56 हिजरी

24. जनाबे उम्मे सलमा 61 हिजरी

तारीखी किताबो मे मिलता है कि इन हज़रात के अलावा भी दूसरे सहाबा, ताबेईन और आले मौहम्मद की कई अज़ीम हस्तियों की कब्रे भी जन्नतुल बक़ी मे मौजूद है।

लेकिन अफसोस के साथ कहना पढ़ता है कि आले सऊद कि जो अस्ल मे खैबर के यहूदियो की ही एक शाख़ है' ने 8 शव्वाल 1343 मुताबिक़ मई 1925 को इस अज़ीम क़ब्रिस्तान मे बने हुए तमाम गुंबदों और रोज़ो को शहीद कर दिया।