भारत और मालदीव के बीच रिश्तों में आयी खटास के बाद अब एक बार फिर दोनों देशों के रिश्ते फिर से बहाल होने लगे हैं। मालदीव के साथ पिछले कुछ वक्त से रिश्तों में खटास के बावजूद भारत ने शुक्रवार को सद्भावना के अच्छे संकेत देते हुए पड़ोसी देश को चीनी, गेहूं, चावल, प्याज और अंडे समेत जरूरी चीजों के सीमित निर्यात की इजाजत दे दी है।
मालदीव की नई सरकार के चीन की ओर झुकाव के बीच भारत ने घरेलू मुद्रास्फीति को कंट्रोल करने के लिए इन खाने की चीजों के निर्यात पर बैन लगाया था। हालांकि, मित्र देशों की सख्त जरूरत में मदद के लिए इन चीजों के सीमित एक्सपोर्ट के लिए एक खिड़की खुली रखी है।
भारत ने कंस्ट्रक्शन मैटेरियल के रूप में प्रयोग किए जाने वाले पत्थर और नदी की रेत के 10-10 लाख टन के एक्सपोर्ट की भी इजाजत दी है। नोटिफिकेशन में कहा गया है, "मालदीव को इन चीजों के निर्यात को 2024-25 के दौरान किसी भी मौजूदा या फ्यूचर के बैन या निषेध से छूट दी जाएगी।
मालदीव के सालों से भारत के साथ घनिष्ठ राजनयिक रिश्ते रहे हैं लेकिन अक्टूबर 2023 में राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के सत्ता में आने के बाद से भारत से दूरी बनाने और चीन के करीब जाने की कोशिश कर रहा है।