उत्तर प्रदेश पुलिस ने एक विवादस्पद कार्रवाई के बीच मस्जिदों के इमामों, मोअज्जिन, सज्जादा नशीं और बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) को अलग अलग थानों की रिपोर्ट के आधार पर दफा 111/107 के तहत नोटिस भेजा है।
कानपुर कमिश्नरेट पुलिस को लोकसभा चुनाव के दौरान मस्जिदों के इमामों, मोअज्जिन, सज्जादा नशीं और बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) से शांति भंग करने का खतरा है। जिसके तहत अलग-अलग थानों की रिपोर्ट पर मुख्तलिफ मस्जिदों के इमाम, मोअज्जिन और बूथ लेवल ऑफिसर को दफा 111/107 के तहत नोटिस भेजा गया है।
मुस्लिम बुद्धिजीवी वर्ग, पुलिस की तरफ से इमामों के नाम भेजे जा रहे शांति भंग करने के नोटिस को खुद शहर के माहौल के लिए सबसे बड़ा खतरा और योगी हुकूमत को बदनाम करने की साजिश बता रहा है।
शहर के काजी ने कहा कि, पहले भी उच्चधिकारियों से मुखबिरों की शह पर शहर के बाइज्जत लोगों को परेशान करने की शिकायतें की जा चुकी हैं। उन्होंने कहा कि जल्द ही मुलाकात करके इस मसले का कोई पॉजिटिव हल निकाला जाए। उन्होंने कहा कि, कानपुर कमिश्नरेट पुलिस के सीनियर ऑफिसर शहर में जहां, अपराध की रोकथाम के लिए सीसीटीवी को लगवा रहे हैं, वहीं, आंख बंद करके मस्जिदों के इमाम, मोअज्जिनों, खानकाहों के सज्जादानशीं और शहर के सम्मानजनक लोगों कों लोकसभा इलेक्शन से पहले अमन के लिए खतरा बताकर उन्हें नोटिस जारी किया जा रहा है।