اَللّهُمَّ اغْسِلْنِی فِیهِ مِنَ الذُّنُوبِ وَ طَهِّرْنِی فِیهِ مِنَ الْعُیوبِ وَ امْتَحِنْ قَلْبِی فِیهِ بِتَقْوَی الْقُلُوبِ یا مُقِیلَ عَثَرَاتِ الْمُذْنِبِین
ख़ुदाया आज के दिन मुझे गुनाहों से पाक कर दे और मेरी ग़लतियों और कमियों को दूर कर दे और मेरे दिल का इम्तेहान ले कर उसे अहले तक़वा का दर्जा दे दे, ऐ गुनहगारों के गुनाहों को माफ़ करने वाले।