कोविड वैक्सीन और कई दवाओं के खिलाफ भ्रामक विज्ञापन चलने को लेकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने पतंजलि के भ्रामक विज्ञापनों को लेकर कार्रवाई की मांग पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने एक बार फिर बाबा रामदेव और उनके साथी बालकृष्ण को जमकर फटकार लगाई है। इस मामले में बाबा रामदेव को देश की सर्वोच्च अदालत ने तलब किया था। मंगलवार को पतंजलि भ्रामक विज्ञापनों मामलों की सुनवाई को लेकर बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने सुप्रीम कोर्ट से मांफी मांगी है। दोनों ने कोर्ट से बिना शर्त माफी मांगी है।
कोर्ट ने रामदेव पर कड़ा रुखअपनाते हुए कहा कि आपका मीडिया विभाग आपसे कतई अलग नहीं है। आप लोगों ने आखिर क्या सोचकर ऐसा किया। कोर्ट ने कहा कि पिछले साल नवंबर में भी आपको चेतावनी दी गई थी, इसको नजरअंदाज करते हुए आप लोगों ने प्रेस कॉफ्रेंस की। कोर्ट ने कहा कि आप लोगों को दो हलफनामे दायर करने को कहा गया था, लेकिन अभी तक सिर्फ एक ही हलफनामे दायर किया है। नाराजगी जताते हुए कोर्ट ने कहा कि आप लोगों ने एक्ट का विरोध कैसे किया, अब आप लोग परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहिए।