AhlolBayt News Agency (ABNA)

source : ابنا
सोमवार

1 अप्रैल 2024

9:25:46 am
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पॉप फ्रांसिस की ग़ज़्ज़ा जनसंहार रोकने की अपील, मुस्कुराना भूल गए हैं ग़ज़्ज़ा के बच्चे

“हम बच्चों की आँखों में कितनी पीड़ा देखते हैं, बच्चे उन युद्ध क्षेत्रों में मुस्कुराना भूल गए हैं। अपनी आँखों से बच्चे हमसे पूछते हैं- क्यों? यह सब मौत का तमाशा क्यों?

ग़ज़्ज़ा में 6 महीने से जारी क़त्ले आम पर दुनिया भर में चिंता जताई जा रही है लेकिन इस्राईल किसी की बात पर कान धरने को तैयार नहीं है।

अब ईसाई दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक नेता पॉप फ्रांसिस ने ईस्टर के मौके पर अपने भाषण में ग़ज़्ज़ा में तत्काल युद्ध विराम और मानवीय सहायता अभियानों में तेजी लाने का आह्वान किया है। रविवार ईस्टर के मौके पर अपने भाषण में पॉप ने ग़ज़्ज़ा में तत्काल युद्धविराम के लिए अपनी अपील दोहराते हुए ग़ज़्ज़ा तक मानवीय सहायता की पहुंच सुनिश्चित करने और बंधकों की शीघ्र रिहाई का आह्वान किया। पॉप ने कहा कि ग़ज़्ज़ा में हालात बेहद खराब हैं, वहां अब बच्चे भी पीड़ा के चलते मुस्कराना भूल गए हैं।

 87 वर्षीय आध्यात्मिक नेता पॉप फ्रांसिस की बीमारी के कारण सामूहिक कार्यक्रमों में उपस्थिति सीमित रही है और गुड फ्राइडे पर भी उनका संबोधन नहीं हुआ था।

पॉप फ्रांसिस ने ईस्टर समारोह में भाग लिया और धर्मविधि के बाद सेंट पीटर स्क्वायर में अनुयायियों की एक सभा में आए, जहां वेटिकन के अनुसार लगभग 60 हज़ार लोग शरीक हुए थे।

ग़ज़्ज़ा युद्ध का उल्लेख करते हुए पॉप फ्रांसिस ने मानव जीवन के नुकसान पर गहरा दुख व्यक्त किया और युद्धविराम की अपील करते हुए कहा कि “हम बच्चों की आँखों में कितनी पीड़ा देखते हैं, बच्चे उन युद्ध क्षेत्रों में मुस्कुराना भूल गए हैं। अपनी आँखों से बच्चे हमसे पूछते हैं- क्यों? यह सब मौत का तमाशा क्यों? यह सब विनाश क्यों? युद्ध सदैव निरर्थक और हारा हुआ होता है।