फिलिस्तीनी प्रतिरोधी दलों के प्रतिनिधि मंडल से मुलाक़ात करते हुए ईरान की इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर हज़रत आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने कहा कि ज़ायोनी शासन प्रतिरोध ताकतों का मुकाबला करने और उन्हें हराने में भी सक्षम नहीं है।
आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने फ़िलिस्तीन के इस्लामिक जिहाद के महासचिव ज़ियाद अन-नखाला" और उनके साथ आए प्रतिनिधिमंडल से मुलाक़ात करते हुए फिलिस्तीनी प्रतिरोधी बलों और ग़ज़्ज़ा के लोगों को इस क्षण तक क्षेत्र में चल रहे संघर्ष का विजेता बताते हुए कहा कि फ़िलिस्तीन के लोगों की उच्च गरिमा और प्रतिष्ठा और इस छह महीने के युद्ध में ज़ायोनी शासन की विफलता, एक इलाही घटना और अल्लाह का एहसान है।
उन्होंने कहा कि दुश्मन दुनिया की सुपर पावर्स के साथ मिलकर भी अब एक अपने उद्देश्य को पाने में नाकाम रहा और वह हताश होकर फिलिस्तीनी महिलाओं और बच्चों के क़त्ले आम पर उतर आया है। जो इस बात का प्रतीक है कि वह फिलिस्तीनी जवानों और प्रतिरोधी बलों का सामना करने की हिम्मत नहीं रखता।