लंदन की सबसे पुरानी तुर्की मस्जिद माहे रमज़ान में भी नमाज़ियों की लगातार कम होती संख्या से जूझ रही है। हालत यह हो गए हैं की नमाज़ियों की कम होती संख्या और आलिशान विशाल मस्जिद के रखरखाव के लिए पैसों के अभाव में मस्जिद के एक हिस्से पर ताला लगने की नौबत आ गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ब्रिटेन की सबसे पुरानी तुर्की मस्जिद में नमाजियों की भारी कमी हो गई है। मस्जिद के रख-रखाव के लिए भी इंतेजामिया को मशक्कत करनी पड़ रही है। मस्जिद का खर्चा इतना बढ़ गया है कि इसको बंद करने पर विचार किया जा रहा है।
उत्तर-पूर्व लंदन के डाल्स्टन में मौजूद मस्जिद रमजान को चालू हालत में रखने के लिए मस्जिद इंतेजामिया के पास पैसा नहीं है। खबरों के मुताबिक, मस्जिद के बढ़ते खर्च और नमाजियों की कम होती संख्या की वजह से इसको बंद करने या इसका साइज छोटा करने के विकल्प पर विचार किया जा रहा है।
शुक्रवार के दिन तो मस्जिद में अच्छी तादाद में नमाजी आते हैं लेकिन हफ्ते के अन्य दिनों में यहां बहुत कम लोग नमाज पढ़ने आते हैं।
मस्जिद प्रबंधक ने बताया कि इस का मुख्य कारण यह है कि शहर में 10-15 मस्जिद और खुल गई हैं। और इस एरिया के रेट भी बढ़ गए हैं, बढ़ती कीमतों की वजह से हमारे समुदाय के लोग दूसरी जगह चले गए हैं।