ग़ज़्ज़ा में इस्राईल की ओर से जारी जनसंहार को रोकने के लिए एक बार फिर कोशिशें तेज़ कर दी गयी हैं। हमास की क़ैद से ज़ायोनी बंदियों की रिहाई और ग़ज़्ज़ा में युद्ध विराम के लिए एक बार फिर बैठक होने वाली है। इस बैठक में अमेरिकी ख़ुफ़िया एजेंसी सीआईए निदेशक बर्न्स, कतर के पीएम मोहम्मद बिन अब्दुल्लाह आले सानी और मिस्र के ख़ुफ़िया एजेंसी प्रमुख कामेल शामिल होंगे।
क़तर में होने वाली इस बैठक के लिए ज़ायोनी प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भी इस्राईली प्रतिनिधिमंडल के प्रस्थान को मंजूरी दे दी है। मोसाद निदेशक बार्निया ज़ायोनी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे। बैठक कतर में आयोजित की गई है और इस्राईली प्रतिनिधिमंडल आज कतर के लिए रवाना होगा।
नेतन्याहू के कार्यालय ने पुष्टि की है कि मोसाद प्रमुख अपनी यात्रा के दौरान सीआईए प्रमुख, कतर के प्रधान मंत्री और मिस्र की खुफिया एजेंसी के प्रमुख से मुलाकात करेंगे।
ज़ायोनी मीडिया के अनुसार क़तर में ज़ायोनी वार्ताकार प्रतिनिधिमंडल और युद्ध मंत्रिमंडल के बीच मतभेद बढ़ गए हैं। बातचीत करने वाला प्रतिनिधिमंडल अपनी शक्तियों में बढ़ोत्तरी चाहता है, जबकि ज़ायोनी युद्ध मंत्रिमंडल प्रतिनिधिमंडल को और अधिक शक्तियाँ देने को तैयार नहीं है।