हमास को मिटाने के नाम पर फिलिस्तीनी जनता का जनसंहार कर ज़ायोनी सेना अपने किसी भी मक़सद में कामयाब नहीं हो सकी। अब ग़ज़्ज़ा में कई महीनों की भीषण बमबारी और क्रूर हमलों के बाद ज़ायोनी सरकार इस नतीजे पर पहुंची है कि ग़ज़्ज़ा से हमास को पूरी तरह से ख़त्म करना बहुत मुश्किल काम है और इसमें काफी समय लगेगा।
ज़ायोनी युद्ध मंत्री योआफ़ गैलेंट ने कहा कि ग़ज़्ज़ा में युद्ध हमास के विनाश के बिना समाप्त नहीं होगा। इसकी कल्पना नहीं की जा सकती कि ग़ज़्ज़ा में युद्ध ख़त्म हो जाएगा और हमास बना रहेगा, हालांकि हमास को ख़त्म करने में काफ़ी समय लगेगा।
इस बीच ज़ायोनी मीडिया की ओर से कराए गए सर्वे में कहा गया है कि ज़ायोनी जनता नेतन्याहू के सत्ता में बने रहने के ख़िलाफ़ है। कई लोगों का कहना है कि अगर नेतन्याहू सत्ता में बने रहे तो युद्ध लंबा चलेगा। 53 प्रतिशत से अधिक ज़ायोनी अतिक्रमणकारियों का कहना है कि ग़ज़्ज़ा युद्ध का मुख्य कारण नेतन्याहू है।