ईरान के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने सोमवार सुबह आयतुल्लाह इमामी काशानी की नमाज़े जनाज़ा पढ़ाई। इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता सय्यद अली खामेनेई ने आयतुल्लाह मोहम्मद इमामी काशानी के परिवार और कुछ रिश्तेदारों की मौजूदगी में ईरान के इस अज़ीम धार्मिक नेता और असेम्बली ऑफ़ एक्सपर्ट के मेंबर की नमाज़े जनाज़ा अदा की।
तेहरान के इमामें जुमा और मजलिसे खुबरगान रहबरी के सदस्य आयतुल्लाह मोहम्मद इमामी काशानी दिल का दौरा पड़ने के कारण निशान हो गया था।
आयतुल्लाह मोहम्मद इमामी काशानी का जन्म 3 अक्टूबर 1931 को हुआ था और वह मदरसा अली शहीद मुताहारी के प्रमुख थे।
दूसरी ओर, इस्लामिक क्रांति के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने आयतुल्लाह इमामी काशानी की मृत्यु के अवसर पर अपने संदेश में राष्ट्र के प्रति संवेदना व्यक्त की है।
आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने अपने संदेश में कहा कि मैं आयतुल्लाह शेख मुहम्मद इमामी काशानी के परिवार के सदस्यों, शिष्यों और अकीदतमंदों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं।
उन्होंने कहा कि आयतुल्लाह इमामी काशानी एक पवित्र और सेवारत धार्मिक विद्वान थे, जो इस्लामी क्रांति के वक़्त से ही मुजाहिद विद्वानों की सफ में शामिल थे और इस्लामी क्रांति की कामयाबी के बाद देश में महत्वपूर्ण और संवेदनशील पदों पर रहे।