AhlolBayt News Agency (ABNA)

source : ابنا
शुक्रवार

1 मार्च 2024

5:39:31 am
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इस्राईल का एक और घिनौना जुर्म, राहत सामग्री के लिए जमा लोगों का क़त्ले आम

फायरिंग में करीब 112 लोगों की मौत हुई और 769 घायल हुए हैं। दुनियाभर के मानव अधिकार संगठन, सहायता समूह के साथ-साथ ग़ज़्ज़ा जनसंहार में इस्राईल का साथ दे रहे देशों ने भी इस घटना की निंदा की हैं।

दो दशक से भी अधिक समाय से ज़ायोनी नाकाबंदी का शिकार ग़ज़्ज़ा इस समय अवैध राष्ट्र की ओर से जनसंहार का सामना कर रहा है। 150 दिन हो गए हैं विश्व समुदाय खामोश तमाशाई बना हुआ है और ग़ज़्ज़ा में बेगुनाह मज़लूम फिलिस्तीनी जनता का क़त्लेआम जारी है।

इस्राईल के बर्बर हमलों का सामना कर रहे ग़ज़्ज़ा में मानवीय सहयता भी नहीं पहुँच रही है। जो ज़ायोनी हमले से बच जा रहे हैं उन्हें भूख मारे दे रही है।

ऐसे में इस्राईल के एक और घिनौने अपराध ने दुनिया को हिलाकर रख दिया है। ज़ायोनी सेना ने गुरुवार को मदद का इंतजार कर रहे नागरिकों पर ओपन फायरिंग की। ग़ज़्ज़ा स्वास्थ मंत्रालय के मुताबिक फायरिंग में करीब 112 लोगों की मौत हुई और 769 घायल हुए हैं। दुनियाभर के मानव अधिकार संगठन, सहायता समूह के साथ-साथ ग़ज़्ज़ा जनसंहार में इस्राईल का साथ दे रहे देशों ने भी इस घटना की निंदा की हैं।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार खाने का इंतजार कर रहे लोगों पर गोलाबारी की फ्रांस प्रधानमंत्री, EU डिप्लोमेट समेत अमेरिकी सिनेटर ने भी निंदा की है। इसके बावजूद गुरुवार शाम बेंजामिन नेतन्याहू ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि “हमारे ऊपर बहुत अधिक अंतरराष्ट्रीय दबाव है। लेकिन हम तब तक ग़ज़्ज़ा में अपना अभियान नहीं रोकेंगे जब तक कि ग़ज़्ज़ा में अपने उद्देश्यों को हासिल नहीं कर लेते।