ईरान के अहले-सुन्नत विद्वानों, इमामे जुमा और जमाअत और मुबल्लिगों ने इस्लामिक काउंसिल के 12वें कार्यकाल और असेंबली ऑफ़ एक्सपर्ट्स फॉर लीडरशिप के 6वें कार्यकाल के चुनाव से पहले ईरान के सुप्रीम लीडर हज़रत आयतुल्लाह खमेनेई को पत्र लिखते हुए कहा कि
हम दुष्टों को लोगों में कलह पैदा करके और उनमें विभाजन पैदा करके देश के बहुमूल्य संसाधनों और पूंजी को नष्ट करने का अवसर नहीं देंगे। हम ईरान राष्ट्र के दुश्मनों को हजारों शहीदों के खून और उनके मक़सद को बर्बाद नहीं होने देंगे।
ईरान के लगभग 1,000 अहले सुन्नत उलमा, इमामे जुमा व जमाअत और ने इस्लामिक काउंसिल के 12वें कार्यकाल और असेंबली ऑफ़ एक्सपर्ट्स फॉर लीडरशिप के 6वें कार्यकाल के चुनावों को राष्ट्रीय दृढ़ संकल्प और ताकत की अभिव्यक्ति बताया है।
इस पत्र में कहा गया है कि मतदान प्रत्येक ईरानी का पूर्ण अधिकार और कर्तव्य है। ईरान के सुन्नी विद्वानों उलमा ने अपने पत्र में लिखा है कि ईरान का अहित चाहने वालों को अपनी जनता को बांटकर देश की बहुमूल्य पूंजी को नष्ट करने का अवसर नहीं देंगे जो हजारों शहीदों के खून का परिणाम है।