संयुक्त राष्ट्र की डब्ल्यूएचओ संस्था के महानिदेशक टेड्रोस अदनोम घेब्रेयेसस का मानना है कि ग़ज़्ज़ा कोई शहर या आवासीय क्षेत्र न रहकर मृत्यु क्षेत्र बन गया है। अधिकांश क्षेत्र नष्ट हो गया है, 29,000 से अधिक लोग शहीद हो गए हैं, कई लापता हैं जो संभवतः काल के गाल में समा गए हैं, और हजारों घायल हुए हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख जनरल टेड्रोस के अनुसार, युद्ध की शुरुआत के बाद से तीव्र कुपोषण नाटकीय रूप से बढ़ गया है। विश्व खाद्य कार्यक्रम भी आपूर्ति के साथ उत्तरी ग़ज़्ज़ा में प्रवेश नहीं कर सकता है।
टेड्रोस ने ग़ज़्ज़ा के गंभीर हालात पर चिंता जताते हुए कहा कि आखिर हम किस तरह की दुनिया में रहते हैं, जहां लोगों के पास भोजन और पानी नहीं है,चल फिर भी नहीं सकते, उनकी देखभाल भी नहीं हो सकते? हम किस तरह की दुनिया में रह रहे हैं कि स्वास्थ्य कर्मियों को काम करते समय भी बमबारी का खतरा होता है और अपनी जान का खतरा रहता है ?