ईरान ने अपनी जलसेना की ताक़त को और बढ़ाते हुए आईआरजीसी की जलसेना यूनिट में दो युद्धपोत शामिल किये हैं। इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के बेड़े में आधुनिक तकनीक से लैस दो आधुनिक युद्धपोत शामिल किए गए हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार
सोमवार सुबह हुए समारोह में ईरानी सशस्त्र बलों के चीफ ऑफ स्टाफ मेजर जनरल मोहम्मद बाकेरी ने भाग लिया और IRGC के बेड़े में इन युद्धपोतों को शामिल करने की औपचारिक घोषणा की। इन युद्धपोतों को शहीद सय्याद शीराज़ी और शहीद हसन बाकेरी को समर्पित किया गया। घरेलू स्तर पर ईरानी विशेषज्ञों द्वारा बनाए गए यह जहाज रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के बेड़े का हिस्सा बन गए हैं। उन्नत तकनीक से लैस होने के कारण यह रडार की नजर से ओझल रहता है।
गैर-इस्पात घटकों से बने इन युद्धपोतों पर 700 किलोमीटर तक मार करने में सक्षम सय्याद और क्रूज़ मिसाइलें तैनात है जिन्हे वर्टिकल स्थिति में लॉन्च किया जा सकता है। इसके अलावा, दोनों जहाजों पर तीन हल्के मिसाइल लांचर और एक सशस्त्र लड़ाकू हेलीकॉप्टर साथ ही दुश्मन की मिसाइलों को निष्क्रिय करने के लिए फर्जी रॉकेट लॉन्च करने में भी सक्षम हैं।
इन जहाजों की गति 60 किमी प्रति घंटा है और विभिन्न परिस्थितियों में गति को बदला जा सकता है। जहाज का वजन 60 टन, लंबाई 67 मीटर और चौड़ाई 20 मीटर है इनमे 4 मोटर्स हैं।