स्पेन के प्रधानमंत्री ने दावोस में एक भाषण में ग़ज़्ज़ा पर ज़ायोनी हमलों का जिक्र करते हुए कहा कि इस्राईल की आक्रमकता के कारण क्षेत्र की सुरक्षा और स्थिरता समेत दुनिया की व्यवस्था खतरे में है।
फिलिस्तीन की दुर्दशा का ज़िक्र करते हुए स्पेन के प्रधानमंत्री सांचेज़ ने कहा कि " राहत या सहायता के वर्तमान घटनाक्रम से फ़िलिस्तीनी लोगों को कोई मदद नहीं मिलेगी।" पूरे मध्य पूर्व की सुरक्षा, व्यापार, समृद्धि, स्थिरता और बहुपक्षीय व्यवस्था की निरंतरता दांव पर है।
ग़ज़्ज़ा स्वास्थ्य मंत्रालय ने ग़ज़्ज़ा में हो रहे नरसंहार के बारे में जानकारी देते हुए बुधवार को कहा कि फिलिस्तीनी शहीदों की संख्या 24,448 तक पहुंच गई और 61,504 अन्य घायल हो गए। ग़ज़्ज़ा पर लगातार बमबारी ज़ायोनी सेना का मैदान में अपनी नाकामियों को छुपाने का एक तरीका बन गया है।
ग़ज़्ज़ा पट्टी पर हवाई हमले जारी रखने के अलावा अतिक्रमणकारियों ने वेस्ट बैंक के इलाकों को भी निशाना बनाया। फ़िलिस्तीनी रेड क्रिसेंट की रिपोर्ट के अनुसार, तूलेकर्म शिविर पर ज़ायोनी सेना के ड्रोन हमले में कई फ़िलिस्तीनी युवा शहीद हो गए। ज़ायोनी सेना ने घायलों को चिकित्सा केंद्रों तक ले जाने से भी रोक दिया।