सऊदी अरब फिलिस्तीन में जारी जनसंहार और फिलिस्तीनी लोगों के क़त्लेआम के बाद भी अवैध राष्ट्र इस्राईल को अनीता देते हुए उसके साथ अपने रिश्तों को सार्वजनिक करने के लिए तैयार है लेकिन इस्राईल ने आले सऊद के अरमानों पर पानी फेरते हुए रियाज़ और तल अवीव के रिश्तों को सामान्य करने के लिए सऊदी शर्तों को सख्ती से ठुकरा दिया है।
अमेरिकी अधिकारियों ने गुरुवार सुबह खुलासा किया कि ज़ायोनी शासन के प्रधान मंत्री ने अमेरिकी विदेश मंत्री के साथ एक बैठक के दौरान फिलिस्तीनी राज्य के निर्माण के बदले सऊदी अरब के साथ संबंधों को सामान्य करने सहित वाशिंगटन के सभी प्रस्तावों और अनुरोधों को खारिज कर दिया।
एनबीसी न्यूज़ ने अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से रिपोर्ट दी है कि अमेरिकी विदेश मंत्री एंथनी ब्लिंकन की मक़बूज़ा फिलिस्तीन की यात्रा के बाद से वाशिंगटन और तल अवीव के बीच मतभेद और अधिक स्पष्ट हो गए हैं।
इस रिपोर्ट के मुताबिक, ज़ायोनी प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने फिलीस्तीनी राज्य की स्थापना के बदले सऊदी अरब के साथ संबंधों को सामान्य करने सहित ब्लिंकन के सभी प्रस्तावों और अनुरोधों को खारिज कर दिया है।
अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार, ब्लिंकन ने नेतन्याहू के साथ अपनी बैठक में इस बात पर जोर दिया कि हमास प्रतिरोध आंदोलन का कोई सैन्य समाधान नहीं है, और ज़ायोनी शासन को भी इस तथ्य को स्वीकार करना होगा।
इन सूत्रों ने एनबीसी को बताया: “बाइडन प्रशासन मध्य पूर्व क्षेत्र में अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए नेतन्याहू से परे देख रहा है। नेतन्याहू के बाद सरकार बनाने के लिए बाइडन सरकार अन्य ज़ायोनी नेताओं के साथ तैयारी करने की कोशिश कर रही है।