यमन के लोकप्रिय जनांदोलन अंसारुल्लाह के प्रवक्ता मुहम्मद अब्दुस-सलाम ने यमन पर अमेरिका और इंग्लैंड के हमलों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यमन पर संयुक्त राज्य अमेरिका और इंग्लैंड की खुली आक्रामकता का उद्देश्य अवैध राष्ट्र इस्राईल का समर्थन करना और यमन के लोगों को ग़ज़्ज़ा का समर्थन करने से रोकने की कोशिश करना है।
अब्दुस सलाम ने आगे कहा कि अमेरिका और इंग्लैंड ने कायरतापूर्ण आक्रमण करने मूर्खता की है, और अगर वे सोचते हैं कि वह यमन को फिलिस्तीन और ग़ज़्ज़ा का समर्थन करने से रोक सकते हैं, तो वे बहुत गलत हैं।
उन्होंने स्पष्ट किया कि यमन अपना धार्मिक और मानवीय कर्तव्य को पूरा करने की वर्तमान स्थिति को जारी रखेगा और अपनी पूरी ताकत के साथ फिलिस्तीन के साथ रहेगा, और इस आक्रामकता का यमन की ताकत और अधिकार को मजबूत करने के अलावा कोई परिणाम नहीं होगा।
याद रहे कि कल ही अंसारुल्लाह यमन के प्रमुख ने भी कहा था कि फिलिस्तीन पर पिछले 75 साल से अत्याचार किये जा रहे हैं। 7 अक्टूबर के बाद अत्याचार अपने चरम पर है हम फिलिस्तीन का समर्थन जारी रखेंगे और अगर अमेरिका और ब्रिटेन ने कोई मूर्खता की तो ईंट का जवाब पत्थर से देंगे।