फिलिस्तीनी इस्लामी प्रतिरोध आंदोलन हमास के एक वरिष्ठ सदस्य ओसामा हमदान ने कहा है कि अतिक्रमणकारी ज़ायोनी शासन ने अंतरराष्ट्रीय कानूनों का स्पष्ट उल्लंघन करते हुए ग़ज़्ज़ा और फिलिस्तीन के लोगों के खिलाफ हर अपराध किया है।
अतिक्रमणकारी ज़ायोनी सेनाएँ ग़ज़्ज़ा के बच्चों को शहीद करती हैं और उनका अपहरण करती हैं। 7 अक्टूबर से अब तक वेस्ट बैंक में भी 350 से ज्यादा लोग शहीद हो चुके हैं।
उन्होंने कहा कि अतिक्रमणकारी ज़ायोनी, फिलिस्तीनी नागरिकों और अस्पतालों को निशाना बनाते हैं और कब्रें खोद कर शव चुराते हैं। ग़ज़्ज़ा में स्थिति गंभीर है और यह स्थिति शहीदों, घायलों और विस्थापितों की संख्या में वृद्धि का कारण बनेगी।
उन्होंने कहा कि अमेरिकी सरकार ग़ज़्ज़ा की घटनाओं को इस्राईल के नजरिये से देखती है। अमेरिकी सरकार ज़ायोनी शत्रु का समर्थन जारी रखे है इससे ज़ायोनी कार्यों की अमेरिका के प्रति नैतिक ज़िम्मेदारी बनती है।
ओसामा हमदान ने कहा कि हम अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय से अपील करते हैं कि वह अमेरिका के प्रभाव में न आए और ईमानदारी से अपना काम करे। प्रतिरोध को निरस्त्र करने का विचार बचकाना है और मौजूदा तथ्यों की अनदेखी करता है। मैदान से प्रतिरोध की वापसी की बात महज एक कल्पना है जो कभी पूरी नहीं होगी।