पाकिस्तान के मशहूर धर्मगुरु और विद्वान अल्लम मोहसिन नजफ़ी के इंतेक़ाल से दुनिया भर में उनके चाहने वलों में शोक की लहर फ़ैल गयी। अल्लामा शेख मोहसिन अली नजफ़ी का जन्म वर्ष 1943 में पाकिस्तान के गिलगित-बाल्टिस्तान प्रांत के स्कर्दू से 60 किमी दूर मंटोखा नामक गाँव में हुआ था। उनके पिता हुसैन जान अपने क्षेत्र के प्रमुख विद्वानों में से एक थे।
1966 में, वह उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए नजफ अशरफ गए, जहां उन्होंने अयातुल्ला खुई और शहीद बाकिर अस-सद्र जैसे विद्वानों से तालीम हासिल की। इराक में बाथिस्ट सरकार की ओर से धार्मिक संस्थानों और हौज़े ए इल्मिया को मौजूद खतरों के कारण, नजफ़ी पाकिस्तान लौट आए और इस्लामाबाद में जामिया अहले-बैत की स्थापना की। वह देश विदेश में कई शिक्षा केंद्र से जुड़े थे।