AhlolBayt News Agency (ABNA)

source : ابنا
गुरुवार

4 जनवरी 2024

4:41:25 am
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सालेह आरुरी की हत्या से ग़ज़्ज़ा जंग के फैलने की आशंका

लगभग तीन महीने पहले ग़ज़्ज़ा पट्टी और फिलिस्तीनी इस्लामी प्रतिरोध पर ज़ायोनी शासन के हमलों के बाद मारे जाने वाले 57 वर्षीय अल-आरुरी हमास के पहले वरिष्ठ राजनीतिक नेता हैं।

फिलिस्तीन पर बर्बर हमले करते हुए अब तक लगभग 22 हज़ार लोगों का क़त्ले आम कर चुके अवैध राष्ट्र इस्राईल ने एक बार फिर मिडिल ईस्ट को जंग की दलदल में धकेलने की साज़िश के अंतर्गत लेबनान के बैरुत में हमास की राजनैतिक शाखा के उप प्रमुख की हत्या कर दी।

ज़ायोनी शासन द्वारा लेबनान की राजधानी बैरुत में हमास के राजनीतिक कार्यालय के डिप्टी "सालेह अल-आरुरी" की हत्या पर रिपोर्ट देते हुए रॉयटर्स ने लिखा है कि उनकी हत्या से ग़ज़्ज़ा युद्ध के संभावित विस्तार का खतरा बढ़ गया है।

लगभग तीन महीने पहले ग़ज़्ज़ा पट्टी और फिलिस्तीनी इस्लामी प्रतिरोध पर ज़ायोनी शासन के हमलों के बाद मारे जाने वाले 57 वर्षीय अल-आरुरी हमास के पहले वरिष्ठ राजनीतिक नेता हैं।

हिज़्बुल्लाह लेबनान के महासचिव सय्यद हसन नसरुल्लाह ने "लेबनान की धरती पर किसी भी आतंकवादी कार्रवाई" के खिलाफ अवैध राष्ट्र को "गंभीर प्रतिक्रिया" की चेतावनी दी है।

शहीद अल-आरौरी क़स्साम ब्रिगेड के प्रसिद्ध व्यक्तियों में से एक थे, जिन्हें 1992 से 2011 तक कैद रहने के बाद ज़ायोनी जेल से रिहा किया गया था।