ज़ायोनी टेलीविजन "कान 11" ने महमूद अब्बास की नेतृत्व वाली फिलिस्तीनी अथॉरिटी की इस्राईल नवाज़ी के बारे में रिपोर्ट देते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों के दौरान वेस्ट बैंक में शरणार्थी शिविरों में ज़ायोनी सेना के खिलाफ अभियान तेज होने के बाद, फिलिस्तीनी प्राधिकरण का सुरक्षा तंत्र सशस्त्र समूहों के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है और उन्हें सड़कों और गलियों में विस्फोटकों के उपयोग को रोक रहा है।
इस सूत्र ने तुल्कर्म शहर, "नूर शम्स" शिविर और "जेनिन" शरणार्थी शिविर में फिलिस्तीनी अथॉरिटी के ऐसे अभियानों की ओर इशारा करते हुए दावा किया कि यदि फिलिस्तीनी प्राधिकरण सहयोग न करे तो ज़ायोनी सेना को इन विस्फोटकों का पता लगाने के लिए इंजीनियरिंग मशीनरी का उपयोग करना ज़रूरी होगा और उसके लिए संकट और जोखिम भी बढ़ेगा।
बता दें कि ग़ज़्ज़ा जंग के समय से ही वेस्ट बैंक में भी ज़ायोनी सेना ने बढ़े पैमाने पर हमले करते हुए क़त्ले आम मचाया है।