मानवाधिकार संगठन एमनेस्टी इंटरनेशनल ने संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा ग़ज़्ज़ा युद्धविराम के वीटो प्रस्ताव की निंदा करते हुए इस कार्रवाई को नैतिक रूप से अक्षम्य बताया है।
एमनेस्टी इंटरनेशनल की महासचिव एग्नेस कैलमार्ड ने संगठन की वेबसाइट पर एक बयान में कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका ने नागरिकों की पीड़ा के प्रति अपनी उदासीनता दिखाई है।
उन्होंने कहा कि अमेरिका ने बेशर्मी से अपने वीटो को एक हथियार के रूप में इस्तेमाल किया और अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखने की अपनी विश्वसनीयता और क्षमता को कमजोर किया है। एग्नेस कैलमार्ड ने ग़ज़्ज़ा युद्ध विराम प्रस्ताव के खिलाफ अमेरिका द्वारा वीटो के उपयोग को "नैतिक रूप से अक्षम्य" बताया है।
ग़ौर तलब है कि संयुक्त अरब अमीरात द्वारा प्रस्तावित प्रस्ताव को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में मतदान के लिए रखा गया, जहां सुरक्षा परिषद के 15 सदस्यों में से 13 ने प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया, एक सदस्य, संयुक्त राज्य अमेरिका ने इसके विरोध में मतदान किया और परिषद का अन्य सदस्य, ब्रिटेन, अनुपस्थित रहा।