7 अक्तूबर को हमास के तूफ़ान अलअक़सा आप्रेशन के बाद ग़ज़्ज़ा पट्टी के ख़िलाफ़ इस्राईल के युद्ध को लगभग दो महीने का समय बीत चुका है और यह लड़ाई अब तक जारी है जिसके नतीजे में इस्राईली अर्थव्यवस्था को बहुत बड़ा धचका लगा है। इस्राईल को हो रहे आर्थिक नुक़सान के नतीजे में हज़ारों छोटी कंपनियां बंद होने की कगार पर पहुंच चुकी हैं।
ब्लूमबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि अगर लड़ाई जारी रहती है और युद्ध के नए मोर्चे खुल जाते हैं तब तो इस्राईली अर्थव्यवस्था और कंपनियां गंभीर संकट में पड़ जाएंगी। शलोमी तोसीका नाम के कारोबारी की कंपनी ईलाटीवा है जो रीशून लतसियून शहर में स्थित है, कंपनी इस समय भारी संकट में पड़ी हुई है और इस प्रतीक्षा में है कि हालात कुछ सामान्य हो जाएं।
तोसीका की तरह हज़ारों कारोबारी हैं जो इसी प्रकार की परिस्थिति का सामना कर रहे हैं। इसकी एक बड़ी वजह 3 लाख रिज़र्व ज़योनी सैनिकों को जंग के मोर्चे पर लगा दिया जाना है जो अब तक औद्योगिक व व्यापारिक गतिविधियों में भीगीदारी करते थे।
जंग की वजह से चूंकि फ़िलिस्तीनी इलाक़ों से कामगार और श्रमबल भी ज़ायोनी इलाक़ों में नहीं आ रहा है इसलिए भी उद्योगों और अलग अलग विभागों को भारी समस्याओं का सामना है।