ग़ज़्ज़ा के मज़लूम फ़िलिस्तीनियों पर ज़ायोनी सरकार के क्रूर हमलों को रोकने के लिए ईरान के राष्ट्रपति आयतुल्लाह इब्राहीम रईसी ने रूस, चीन, तुर्की, कज़ाकिस्तान, दक्षिण अफ्रीका, केन्या और जॉर्डन सहित पचास देशों के प्रमुखों को पत्र लिखा है और उनसे ग़ज़्ज़ा में ज़ायोनी शासन की क्रूरता और मानवाधिकारों के उल्लंघन को रोकने के लिए भूमिका निभाने की अपील की है।
इब्राहीम रईसी ने पचास देशों के प्रमुखों को लिखे अपने पत्र में कहा कि पिछले 40 दिनों से ज़ायोनी सरकार ने फ़िलिस्तीन में अत्याचार किए हैं और 14 हज़ार से अधिक निर्दोष लोगों की हत्या की है और सार्वजनिक संपत्ति को भारी नुकसान पहुँचाया है।
उन्होंने लिखा है कि पश्चिमी देशों ने ग़ज़्ज़ा के मामले में दोहरी नीति अपनाई है और ज़ायोनी सरकार द्वारा मानवीय मूल्यों के उल्लंघन के मूक दर्शक बने हुए हैं। आशा है कि विश्व के स्वतंत्र एवं आज़ाद देश, विशेषकर इस्लामी देश, आर्थिक एवं कूटनीतिक स्तर पर ज़ायोनी सरकार के विरुद्ध एकजुट होकर दबाव बढ़ाएंगे और ग़ज़्ज़ा में ज़ायोनी अपराधों को रोकने में भूमिका निभाएंगे।
राष्ट्रपति ने राष्ट्राध्यक्षों को लिखे पत्र में कहा कि आज सभी सरकारों के लिए एक इलाही इम्तेहान है, इसलिए इन देशों को राजनीतिक और वाणिज्यिक क्षेत्रों में ज़ायोनी सरकार के साथ सहयोग समाप्त करना होगा और उसे युद्ध अपराधों को समाप्त करने के लिए मजबूर करना होगा।